जो लोग संविधान की दुहाई देते हैं, वही आज उसकी मूल संस्थानों को कमजोर करने का षड्यंत्र रच रहे हैं : बिंदल

जो लोग संविधान की दुहाई देते हैं, वही आज उसकी मूल संस्थानों को कमजोर करने का षड्यंत्र रच रहे हैं : बिंदल