राजवन (तेरंग) में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड की टीमों द्वारा चलाया जा रहा है खोज और बचाव अभियान - डॉ मदन कुमार
उन्होंने बताया कि यह मंडी जिला का यह इलाका काफी दुर्गम इलाका है। यहां पहुंचना राहत टीमों के लिए बहुत ही मुश्किल था। वहां जाने वाला रोड रोड पूरी तरह से क्षत्रिग्रस्त हो गया था। लोक निर्माण के अथक प्रयासों से सड़क को बहाल किया गया। जिससे रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंच पाई और खोज और बचाव अभियान शुरू हो पाया।
व्यास नदी का जलस्तर बढ़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर किया गया शिफ्ट
उन्होंने बताया कि मलाणा में बादल फटने से व्यास नदी का वाटर लेवल बहुत अधिक बढ़ गया है। इससे व्यास नदी के लो लाईंग एरिया में रहने वालों लोगों को सतर्क कर दिया गया है। हूटर के माध्यम से लोगों को सतर्क किया गया है। रघुनाथ का पधर और बाडी घूमाणु के 30 लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है। इसके साथ ही लोअर भ्यूली में 15 लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। उनके गुरुद्वारे में रहने की अस्थायी व्यवस्था की गई है।
पधर, बालीचौकी और करसोग उपमण्डलों के शिक्षण संस्थान बंद
भारी वर्षा के कारण किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पधर, बालीचौकी और करसोग उपमण्डलों के सभी सरकारी, गैर सरकारी शिक्षण संस्थान, आंगनबाड़ी केन्द्र पहली अगस्त को बंद रखने के आदेश जारी किए गए है। इसके साथ ही सदर उपमण्डल के कुछ शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के आदेश भी जारी किए हैं।
एनएच किरतपुर मनाली एकतरफा यातायाता के लिए बहाल
किरतपुर-मनाली नेशनल हाइवे बारिश के कारण मंडी से पंडोह के बीच कुछ देर के लिए बंद रहा था लेकिन अब इसे एक तरफा यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। मंडी से कुल्लू वाया कटौला रोड़ खुला है।
6 जिला मार्ग और और 128 ग्रामीण सड़कें बंद
जिला में बुधवार को हुई भारी बारिश से 6 मुख्य सड़के जबकि 128 संपर्क सड़कें बंद हैं।इन्हें खोलने के प्रयास युद्धस्तर पर जारी हैं। मौसम ठीक रहा तो अधिकांश सड़कों को बहुत शीघ्र बहाल कर दिया जाएगा।
राहत कार्याें के लिए वायु सेना का हेलीकॉप्टर तैयार
राहत कार्यों के लिए वायु सेना का हेलीकॉप्टर तैयार है। प्रशासन द्वारा आपदा में बचाव कार्य के लिए वायुसेना को हेलीकॉप्टर तैयार रखने को कहा गया था। तेरंग में हुए हादसे में भी वायु सेना सहायता करने के लिए पूरी तरह से तैयार थी। परन्तु मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर से राहत कार्यों के लिए सेवाएं नहीं ली जा सकीं है। राहत टीमों को पैदल ही मौके पर भेजा गया।