संगड़ाह में पंचायत प्रधानों पर फर्जी जीआर और नकली बिल बनाकर लाखों के गबन के आरोप

अक्स न्यूज लाइन नाहन 11 फरवरी :
सिरमौर जिला के संगड़ाह विकास खंड में अनेक ग्राम पंचायत प्रधानों द्वारा फर्जी जीआर और नकली बिल बनाकर लाखों रुपए के गमन का पर्दाफाश हुआ है। संगड़ाह में पत्रकारों को संबोधित करते हुऎ जिला भाजपा प्रवक्ता एवं पंचायत समिति संगड़ाह के पूर्व अध्यक्ष मेलाराम शर्मा और भाजपा मंडल संगड़ाह के अध्यक्ष बलबीर ठाकुर ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि आरटीआई के तहत प्राप्त सूचना के अनुसार ग्राम पंचायत रेडली और दाना घाटों तथा शिवपुर में पंचायत प्रधानों द्वारा फर्जी बिल बनाकर लाखों रुपए का घोटाला किया गया है । उन्होंने आरटीआई के तहत प्राप्त सूचना का हवाला देते हुऎ कहा कि जिन ट्रकों द्वारा रेड़ली और दाना घाटों ग्राम पंचायतों के लिए रेत और बजरी का ढुलान किया गया है जीआर में उन ट्रकों की जगह फर्जी तौर पर स्कूटर मोटरसाइकिल और मारुति कारों के नंबर पाए गए और यह स्पष्ट हो गया है कि शिमला जिला के ठयोग में पानी के टेंकरों की ढुलाई स्कूटरों और मोटरसाइकिलों की तर्ज पर यहां भी रेत, रोड़ी और बजरी की ढुलाई के लिए जीआर में जिन वाहनों के नंबर दिये गए हैं आरटीआई की सूचना के अनुसार वे वाहन, ट्रक और टिपपर ना होकर स्कूटर मोटरसाइकिल और मारुति कारों के नंबर पाए गए । भाजपा नेताओं ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में जब से कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है तब से चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला हुआ है और कांग्रेसी नेताओं द्वारा विकासखंड संगड़ाह की अनेक पंचायतों में फर्जी जीआर बनाकर लाखों रुपए का घोटाला किया जा रहा है। उन्होंने कहा इतना ही नहीं एक ही नंबर की जीआर को अनेक पंचायतों के बिलों के साथ लगाकर लाखों रुपए का फर्जी तौर पर भुगतान किया गया है। उन्होंने हैरानी जताई कि पुलिस और प्रशासन को शिकायत सौंपाने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। भाजपा नेताओं ने सरकार से मांग की है कि ठियोग में पानी की जगह स्कूटर मोटरसाइकिल और कारों के फर्जी ढुलान के बाद 12 अफसरों को नीलंबित करने की तर्ज पर यहां भी फर्जीवाड़ा करने वाले प्रधानों और कर्मचारियों को नीलंबित किया जाए और सरकारी पैसे का दुरूपयोग करने वाले कर्मचारियों और प्रधानों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी से संबंध रखने वाले इन पंचायत प्रधानों पर बड़े नेताओं का संरक्षण है और यही करण है की पुलिस और प्रशासन को लिखित शिकायत देने के उपरांत भी अभी तक कोई कार्यवाई अमल में नहीं लाई गई। उन्होंने विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार जिनके क्षेत्र में यह घोटाले हुऎ हैं और प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह किया है की पंचायतों में बड़े स्तर पर हो रहे घोटालों पर तुरंन्त अंकुश लगाया जाए और जिन्होने लाखों रुपए के घपले किए हैं उन्हें निलंबित करके उनसे सरकारी धन की रिकवरी की जाए।