नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना के लिए डीसी ने अधिकारियों के साथ की चर्चा

इस अवसर पर उपायुक्त ने बताया कि नशे के जाल में फंसे लोगों के उपचार और पुनर्वास के लिए जिला में एक आधुनिक डी-एडिक्शन सेंटर की स्थापना का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि जिला कुल्लू में पुरुषों और महिलाओं के लिए इस तरह के अलग-अलग नशा मुक्ति केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। इन केंद्रों में नशे के आदी लोगों के उपचार की सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद हैं। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को जिला हमीरपुर में इन्हीं सुविधाओं से युक्त केंद्र की स्थापना के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए संबंधित अधिकारी कुल्लू जिला के मॉडल का अध्ययन भी करें।
उपायुक्त ने कहा कि जोल सप्पड़ में निर्माणाधीन डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कालेज हमीरपुर के नए परिसर के साथ ही नशा मुक्ति, उपचार एवं पुनर्वास केंद्र की स्थापना के लिए वन विभाग की जमीन चिह्नित की गई है। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को इस भूमि के हस्तांतरण की प्रक्रिया आरंभ करने के निर्देश भी दिए। बैठक में नशा मुक्ति केंद्र से संबंधित अन्य मुद्दों पर भी व्यापक चर्चा की गई।
इस अवसर पर एडीसी अभिषेक गर्ग, एसडीएम भोरंज शशिपाल शर्मा, एसडीएम हमीरपुर संजीत सिंह, सहायक आयुक्त अपराजिता चंदेल और संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।