घुमारवीं के भदरोग में जल्द बसेंगे उद्योग — 12 करोड़ रूपए से होगा बुनियादी ढांचे का निर्माण : धर्माणी
प्रदेश सरकार में नगर नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी सोमवार को ग्राम पंचायत सियूं के अंतर्गत आने वाले गांव भदरोग, कुठाखर और चेरी के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में जारी विकास कार्यों का निरीक्षण किया और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार औद्योगिक विकास को गति देने के लिए ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने घोषणा की कि भदरोग में चयनित औद्योगिक क्षेत्र का शीघ्र विकास किया जाएगा, जिसके बुनियादी ढांचे के निर्माण पर लगभग 12 करोड़ रूपए व्यय किए जाएंगे।
मंत्री धर्माणी ने कहा कि उद्योग विभाग द्वारा इस परियोजना के लिए तैयार किए गए प्राक्कलन को शीघ्र ही सरकार से स्वीकृति प्राप्त होगी। इस औद्योगिक क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी, अपशिष्ट जल प्रबंधन, और लॉजिस्टिक सेवाओं जैसी मूलभूत सुविधाएं प्राथमिकता के आधार पर विकसित की जाएंगी, ताकि औद्योगिक इकाइयों को सुचारू संचालन के लिए उपयुक्त वातावरण उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि विश्वसनीय बिजली आपूर्ति और जल उपलब्धता उद्योगों के विकास की रीढ़ होती हैं, और भदरोग औद्योगिक क्षेत्र इन दोनों सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि इस औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना से न केवल घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र बल्कि पूरे बिलासपुर जिले का औद्योगिक एवं आर्थिक परिदृश्य परिवर्तित होगा। इससे स्थानीय युवाओं को अपने ही क्षेत्र में रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे, जिससे बेरोज़गारी दर में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाइयों के माध्यम से संपत्ति कर, राजस्व और अन्य शुल्कों के रूप में स्थानीय निकायों की आय में भी वृद्धि होगी, जिससे सार्वजनिक सेवाओं को और सुदृढ़ बनाया जा सकेगा।
धर्माणी ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में इकाइयों के समूह बनने से ज्ञान-साझाकरण, आपसी सहयोग और आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता में वृद्धि होगी। इससे निवेश का माहौल बनेगा और घुमारवीं क्षेत्र एक उभरते औद्योगिक हब के रूप में विकसित होगा। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि उद्योगों के साथ-साथ शिक्षा और तकनीकी संस्थानों का विकास भी समानांतर रूप से हो, ताकि कौशलयुक्त जनशक्ति स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध हो सके।
उन्होंने बताया कि घुमारवीं क्षेत्र में लंबे समय से चली आ रही कम वोल्टेज की समस्या को स्थायी रूप से समाप्त करने के लिए सरकार ठोस कदम उठा रही है। करयालग में 64 करोड़ रूपए की लागत से 132 केवी का सब स्टेशन स्थापित किया जा रहा है, जिसकी टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इस सब स्टेशन के निर्माण से आगामी 20 से 25 वर्षों तक लो-वोल्टेज की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। इसके अतिरिक्त बम्म-हटवार के मध्य एक नया सब स्टेशन और एक अन्य बगैड़ में स्थापित किया जाएगा, जिससे बिजली आपूर्ति व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी।
मंत्री धर्माणी ने यह भी बताया कि इसी पंचायत के अंतर्गत आईटीआई भवन निर्माण कार्य को भी शीघ्र आरंभ किया जाएगा, जिस पर 15 करोड़ 50 लाख रूपए व्यय किए जाएंगे। इस परियोजना की 5 करोड़ 50 लाख रूपए की पहली किस्त जारी कर दी गई है, जिसके अंतर्गत चारदिवारी निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है। उन्होंने कहा कि आईटीआई भवन, औद्योगिक क्षेत्र और प्रस्तावित डिजिटल यूनिवर्सिटी के निर्माण से यह पूरा इलाका घुमारवीं का तेजी से विकसित होता शहरी क्षेत्र बनकर उभरेगा।
उन्होंने कहा कि भदरोग गांव में विकास कार्यों को गति देने के लिए कई योजनाओं को मंजूरी दी गई है। इसमें रेन शेल्टर निर्माण के लिए 3 लाख रूपए, बरसात के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए 3 लाख रूपए, तथा पुलिया निर्माण के लिए 10 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। इसके साथ ही गांव में एंबुलेंस सड़क निर्माण कार्य को भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि लोगों को बेहतर परिवहन और स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो सकें।
मंत्री धर्माणी ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है कि ग्रामीण क्षेत्रों को रोजगार, शिक्षा और उद्योग के नए अवसरों से जोड़ा जाए, ताकि लोग आत्मनिर्भर बन सकें और क्षेत्रीय विकास को गति मिले।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत प्रधान पवन कुमार, पूर्व प्रधान राजेश कुमार, रामस्वरूप, रामकृष्ण पटियाल, पंचायत सदस्य कांता शर्मा तथा विद्या देवी सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे।





