डॉक्टरों की स्वास्थ्य मंत्री के साथ बेनतीजा रही बातचीत......... डॉक्टर डेढ़ घंटे की पेनड्राउन स्ट्राइक पर जाएंगे सोमवार से ........

डॉक्टरों की स्वास्थ्य मंत्री के साथ बेनतीजा रही बातचीत......... डॉक्टर डेढ़ घंटे की पेनड्राउन स्ट्राइक पर जाएंगे सोमवार से ........

अक्स न्यूज लाइन ..शिमला, 27 मई -  2023
हिमाचल प्रदेश के अस्पतालों में मुश्किलें बढ़ने वाली है डॉक्टर एनपीए बन्द करने के खिलाफ सोमवार से पेन डाउन स्ट्राइक पर जा रहे है।  हालांकि शनिवार को सचिवालय में स्वास्थ्य मंत्री डा धनीराम शांडिल ने चिकित्सक संघ के साथ बैठक की। करीब 2 घंटे चली वार्ता विफल रही। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों से इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया , लेकिन डॉक्टरों ने एमपी को लेकर जारी अधिसूचना को जब तक वापस नहीं लिया जाता है तब तक आंदोलन जारी रखने की बात कही। 
  
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा एनपीए मामला सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के सामने रखेंगे, डॉक्टर एसोसिएशन ने साफ कर दिया है कि सोमवार से डेढ़ घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक पर रहेंगे। और इस दौरान कोई भी काम नहीं करेंगे हालांकि एमरजेंसी सेवाएं जारी रखने की डॉक्टर ने बात कही है। एचएमओए के महासचिव विकास ठाकुर ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता हुई उन्होंने कहा कि अधिसूचना निकली है उसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी इस को जल्द ही ठीक किया जाएगा पढ़ाई करना करने का आग्रह किया है , लेकिन जब तक अधिसूचना को वापस नहीं लिया जाता विरोध जारी रहेगा सोमवार से 11:00 तक रहेगी इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेगी स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री के समक्ष यह मामला उठाने की बात कही है। 
  
वही हिमाचल चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डाक्टर राजेश राणा ने कहा कि एनपीए डॉक्टर के लिए काफी जरूरी है। जिसे सरकार ने बन्द कर दिया है और जब तक अधिसूचना सरकार वापस नहीं होती है तो डॉक्टर अपना विरोध जारी रखेंगे लेकिन इस दौरान एजेंसी सेवाएं और ऑपरेशन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि डॉक्टर 24 घंटे सेवाएं दे रहे हैं और लोगों की सेवा कर रहे है। 
  
ऐसे में डॉक्टरों का एनपीए बन्द करना दुर्भाग्यपूर्ण है सरकार जब तक एनपीए बन्द करने की अधिसूचना को वापिस नही लेती है तब तक डेढ़ घण्टे की पेन डाउन स्ट्राइक के साथ ही काले बिल्ले लगा कर काम करेंगे। वहीं स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि डॉक्टर के साथ आज बैठक की गई उनकी समस्याओं को सुना गया है।  सेवा में कोई वादा नहीं आएंगी जो उसे वही दे रहे हैं उन पर यह एनपीए को लेकर शर्त लागू नहीं होगी। जो भविष्य में डॉक्टर भर्ती होंगे उन्हें एनपीए नहीं दिया जाएगा।