ओबीसी बेल्ट को सुधीर शर्मा का..... गिफ्ट, पास्सू-पंतेहड़ का पुल तैयार, मांझी खड्ड पर फिर बना सेतु.....दर्जनों पंचायतों के किसानों को बरसात में होगी सहूलियत

ओबीसी बेल्ट को सुधीर शर्मा का..... गिफ्ट, पास्सू-पंतेहड़ का पुल तैयार, मांझी खड्ड पर फिर बना सेतु.....दर्जनों पंचायतों के किसानों को बरसात में होगी सहूलियत

 अक्स न्यूज लाइन - धर्मशाला , 18 जून - 2023
 पिछली भाजपा सरकार में हाशिए पर रहे धर्मशाला हलके के निचले इलाकों मे विकास के रफ्तार पकड़ ली है। धर्मशाला हलके में अपनी दूसरी पारी में विधायक सुधीर शर्मा ने ओबीसी बहुल बेल्ट पास्सू को पंतेहड़ व शीला से जोडऩे वाले पुल को दोबारा बहाल करवा दिया है। यह पुल 12 जुलाई 2022 के दिन भयंकर बाढ़ में बह गया था। इससे पास्सू-पंतेहड़ ,शीला समेत दर्जनों गांवों के किसानों व अन्य लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही थी। धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने बताया कि इस पुल के टूटे हिस्से को 15 लाख रुपए के बजट से बहाल किया गया है। सुधीर शर्मा ने बताया कि 20 जून से प्री मानसून आने के आसार हैं। साथ ही धर्मशाला क्षेत्र में वेस्ट्रन डिस्टर्बेंस का भी असर रहता है। ऐसे में इस पुल को बहाल करना बेहद जरूरी था। इससे इलाके के हजारों किसानों व आमजन को फायदा होगा। सुधीर शर्मा ने यह भी बताया कि निचले पास्सू में भी पुल का काम शुरू हो गया है। यह पुल भी दो साल पहले बरसात में बह गया था। इस पुल को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। इसके अलावा दाड़ी-पास्सू-चैतड़ू सडक़ के काम को भी तेज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ढगवार को मसरेहड़ से जोडऩे वाली संपर्क सडक़ का काम भी तेज हो गया है। इसे तय समय पर पूरा करने को कहा गया है। सुधीर शर्मा ने बताया कि  ओबीसी भवन और सब्जी मंडी पर भी सरकार का पूरा फोकस है। इन सभी प्रोजेक्टों को स्पीडअप किया जा रहा है। सुधीर शर्मा ने बताया कि धर्मशाला-सकोह-चैतड़ू सडक़ पर बंद पड़ी नालियों-पुलियों को ठीक करने के जिला प्रशासन व एनएच को तुरंत प्रयास करने चाहिएं जिसके दिशानिर्देश उन्होंने विभागों को दे दिए हैं ।
मांझी किनारे डंगे लगाना प्राथमिता
सुधीर शर्मा ने बताया कि मांझी खड्ड किनारों पर काफी काम करना बाकी है। पास्सू, ढगवार, मनेड और खासकर चैतड़ू जैसे इलाकों में छोटे डंगे लगाए जा रहे हैं। उन्होंने पीडब्ल्यूडी, कृषि व अन्य विभागों के अलावा जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे धर्मशाला हलके की पंचायतों से मिले प्रस्तावों पर तेजी से काम करें। इसमें डंगों और कूहलों के काम प्राथमिकता के आधार पर पूरे किए जाने चाहिएं।