चम्बावाला मैदान में होने वाली शादियों के कारण, नौनिहाल खेलने से वंचित

चम्बावाला मैदान में होने वाली शादियों के कारण, नौनिहाल खेलने से वंचित

नाहन,10 दिसंबर : खेल सुविधाओं लेकर सरकार व जिला प्रशासन भले ही कितने बड़े बड़े दावे कर ले लेकिन शहर में स्थिति इसके विपरित ही है। उधर सरकार ने लाखों का  बजट खर्च करके अन्य खेलों के लिए सुविधाऐं दी है लेकिन चम्बावाला मैदान में होने वाली शादियों के कारण यहां नियमित फु टबॉल खेलने वाले नौनिहाल खेलने से वंचित हो रहे है। खेल संघठनों का कहना है कि शहर के करीब 15 नीजि व सरकारी स्कुल अपने विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजनों के लिए चौगान का प्रयोग करते है जबकिकई नीजि स्कुलों के पास अपने मैदान है और कुछ स्कुलों के पास अपने मैदान ही नही है। ऐसे में चौगान में कुछ न कु छ गतिविधियां चलती रहती है। अन् य संस्थाओं के आयोजन अलग ऐसे यहां भी खिलाड़ी नियमित अभ्यास नही कर पा रहे है। आरोप है कि चौगान का किराया वसूल कर नगर परिषद चांदी कूट रही है लेकिन खिलाडिय़ों को कतई चिंता नही है। ऐसे में सवाल यह है कि नौनिहाल व खिलाड़ी अभ्यास करने कहां जाऐं। चौगान व चम्बावाला मैदान खेलने के लायक़ नही रहे है। सिनियर कोच नरेन्द्र थापा ने बताया कि खिलाडिय़ों को डी.सी. सिरमौर कई बार आश्वासन दे चुके है। लेकिन अभी तक कुछ नही बना है। नगर परिषद ने चौगान को सिफऱ्  कमाई का एक ज़रिया समझ लिया है। चंबावाला मैदान में हम लोगों के आने से पहले अपने बच्चों को ट्रेनिंग करवाते है। थापा ने बताया कि यहां भी कोई ना कोई प्रोग्राम होते रहता है। इसकी तरफ़  ना तो प्रशासन का ध्यान है ओर ना ही खेल विभाग का। उन्होने बताया कि हम किसी से कोई मदद नही मांग रहे है। ना कोई सपोर्ट इक्विप्मेंट ना, कोई किट यह सब इंतजाम हम ख़ुद कर रहे है। कम से कम जिला प्रशासन खेल का मैदान तो नियमित उपलब्ध करवा सकता है।