एचएएस अधिकारियों एवं परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने राज्यपाल से की भेंट

परिवीक्षाधीन अधिकारियों से संवाद करते हुए राज्यपाल ने उन्हें प्रशासनिक सेवाओं में आने पर बधाई दी और उन्हें समर्पण एवं निष्ठापूर्वक कार्य करने के लिए प्रेरित किया। राज्यपाल ने कहा कि एचएएस अधिकारियों को न केवल एक प्रशासक की तरह कार्य करना चाहिए बल्कि एक मार्गदर्शक, सहयोगी और दोस्त की तरह आमजन से संवाद स्थापित करना चाहिए। राज्यपाल ने प्रशासनिक सेवाओं के दौरान सत्यनिष्ठा, ईमानदारी समर्पण एवं संतुलित स्वभाव जैसी विशेषताओं को आचरण में शामिल करने पर बल दिया।
शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि कानून और नियमों का ज्ञान होना आवश्यक है लेकिन जो अधिकारी जनता के मुद्दों के प्रति संवेदनशीलता रखता है और निष्ठापूर्वक समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करता है उसे समाज मंे सराहना मिलती है तथा ऐसे अधिकारी द्वारा किए गए कार्यों को लंबे समय तक याद किया जाता है।
राज्यपाल ने सभी अधिकारियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और उचित दृष्टिकोण, समर्पण और सकारात्मकता के साथ कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि यह न केवल व्यवसायिक विकास के लिए आवश्यक है, बल्कि एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र के निर्माण में भी सहायक होता है। इससे पूर्व, अतिरिक्त निदेशक हिपा प्रशांत सरकैक ने राज्यपाल को परिवीक्षाधीन अधिकारियों के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने युवा अधिकारियों के मार्गदर्शन और प्रोत्साहन के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर एचएएस अधिकारियों और परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने राज्यपाल के साथ अपने अनुभव सांझा किए और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
राज्यपाल के सचिव सीपी वर्मा, निदेशक हिपा रूपाली ठाकुर तथा पाठ्यक्रम निदेशक संदीप शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।