उपनिदेशक कार्यालय में सुनवाई ना होने कर्मचारी कार्यालय में धरने पर बैठ गए

उपनिदेशक कार्यालय में सुनवाई ना होने  कर्मचारी  कार्यालय में धरने पर बैठ गए

नाहन, 7 सितंबर    चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ शिक्षा विभाग जिला सिरमौर का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष  निर्मल सिंह व जिला महासचिव रामलाल के नेतृत्व में अपनी पदोन्नति व दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के नियमितीकरण के संबंध में उपनिदेशक कार्यालय में करमचंद उपनिदेशक से आज मिलने पहुंचा लेकिन उप निदेशक ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। यह आरोप लगाते हुए  हिमाचल प्रदेश के शिक्षक कर्मचारी महासंघ के राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्ष जिला सिरमौर आकाश बिश्नोई ने कहा के उपनिदेशक कार्यालय में कोई भी सुनवाई ना होने बाद कर्मचारी उनके कार्यालय में धरने पर बैठ गए। जिला के विभिन्न क्षेत्रों से सेवादारों ने उन्हें बताया कि आपके अतिरिक्त कोई भी जिला के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की बात अधिकारी व कर्मचारी वर्ग उपनिदेशक कार्यालय में नहीं सुनता है। आकाश बिश्नोई ने तुरंत उनकी समस्याओं पर गौर करते हुए जोकि पिछले 6 माह से कार्यालय में लंबित उनकी पदोन्नति, नियमितीकरण की मांग पर कार्रवाई करते हुए उपनिदेशक के साथ बातचीत की तथा उन्हें अवगत करवाया की हिमाचल में केवल जिला सिरमौर ही ऐसा जिला रह गया जहां पर इन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की पदोन्नति या नियमितीकरण नहीं हो रहा है। जिला के प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापकों के द्वारा उनका विवरण भेजने में पिछले 6 माह से उदासीनता का रवैया अपनाया जा रहा है। उपनिदेशक कार्यालय द्वारा उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। हिमाचल प्रदेश में अभी कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और प्रदेश में आदर्श आचार संहिता के लगते ही सभी पदोन्नतियां तथा नियमितीकरण की प्रक्रिया  रुक जाएगी। इसके कारण कुछ कर्मचारी बिना ही पदोन्नति व नियमितीकरण के सेवानिवृत्त हो जाएंगे। उप निदेशक कार्यालय को 1 सप्ताह का समय इन पदोन्नती की सूची को जारी करने के लिए दिया गया है इसके उपरांत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ शिक्षा विभाग तथा गैर शिक्षक कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश अपनी आगामी रणनीति तैयार कर इस पर कार्य करेगा और इसका उत्तरदायित्व उपनिदेशक कार्यालय नाहन का होगा।