जनजातीय उत्कर्ष अभियान के तहत 19 गांवों का होगा कायाकल्प: डीसी

मंगलवार को एनआईसी सभागार में आबा उत्कर्ष जनजातीय उत्कर्ष अभियान की तैयारियों को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि कांगड़ा जिला में उत्कर्ष अभियान के लिए ऐसी पंचायतों का चयन किया गया है जहां पचास प्रतिशत के करीब जनजातीय वर्ग की जनसंख्या है। उन्होंने कहा कि इन पंचायतों में सरकार के माध्यम से जनजातीय वर्ग के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी मुहैया करवाई जाएगी इसके साथ ही पात्र लोगों को योजनाओं के साथ भी जोड़ा जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लाभांवित हो सकें।
उन्होंने कहा कि 15 से 30 जून तक की अवधि में सुविधानुसार इस अभियान के तहत आधार कार्ड, जनधन खाते, कम्यूनिटी प्रमाण पत्र, एफआरए मामलों का निपटारा, आयुष्मान कार्ड, पेंशन, पोषण योजनाओं के बारे में हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे, स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किए जाएंगे साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा स्वीकृत गतिविधियों में जन जागरूकता शिविर, विकास प्रदर्शनी लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों तथा नेहरू युवा केंद्रों के सदस्यों की सहभागिता भी इस अभियान में सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि योजना के तहत जनजातीय आबादी वाले गांवों में सड़क संपर्क, दूरसंचार संपर्क, विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य उप-केंद्र, पेयजल सुविधा, जल निकासी और ठोस कचरा प्रबंधन जैसे 8 क्षेत्रों में प्रमुखता से कार्य किया जाएगा। उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को अपने अपने विभागों से संबंधित योजनाओं की जानकारी इस अभियान के माध्यम से देने के निर्देश भी दिए हैं।
इससे पहले जिला प्लानिंग अधिकारी अलोक धवन ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए आबा उत्कर्ष जनजातीय उत्कर्ष अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर ग्रामीण विकास विभाग, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा बैंक अधिकारी उपस्थित थे।