‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से नेतृत्व सशक्तिकरण’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार नवाचार, शासन एवं डिजिटल प्रौद्योगिकी गोकुल बुटेल ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य नेतृत्व कौशल को तकनीकी नवाचार, विशेषकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), के माध्यम से सशक्त बनाना है।
उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमें बड़ी आसानी से सूचनाओं के विश्लेषण करने, निर्णय लेने में तेजी लाने और कार्यों को स्वचालित करने में मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संचालित विश्लेषण हमें बड़े डेटा से महत्वपूर्ण जानकारी निकालने में सहायता करता है, जिससे नेतृत्व निर्णयों को अधिक तर्कसंगत और सटीक बना सकते हैं।
गोकुल बुटेल ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी एआई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और नवाचार के माध्यम से प्रशासनिक कार्यों में सुधार और आमजन के जीवन स्तर में सुधार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि दिन प्रतिदिन के कार्यों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल, कार्य करने की क्षमता को आसान कर देगा।
उन्होंने कहा कि भविष्य में डिजिटल प्रौद्योगिकी के महत्त्व को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार राज्य को डिजिटल हब बनाने की राह पर अग्रसर है। शासन में सूचना प्रौद्योगिकी का व्यापक इस्तेमाल पर बल देते हुए विभिन्न विभागों की सेवाओं की उपलब्धता डिजिटल माध्यम से सुनिश्चित बना रही है तथा सरकार द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में डिजिटल प्रौद्योगिकी का समावेश किया जा रहा है। युवाओं को भविष्य की चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार करने के दृष्टिगत शैक्षणिक संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पाठयक्रम शुरू किया गया है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे यह नवोन्मेषी प्रयास निश्चित रूप से हमें इस क्षेत्र में वैश्विक पटल पर लाने में मददगार साबित होंगे। इससे पहले मुख्यातिथि ने ज्योति प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का विधिवत् शुभारंभ किया।
सचिव डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं शासन राखिल काहलों ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा इस कार्यशाला के आयोजन संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की।
कार्यशाला में अप स्किल माइक्रोसॉफ्ट से शिखर पाराशर ने उन्नत शासन में दैनिक उपयोग के लिए एआई टूल्स के उपयोग, नेशनल ई गवर्नेंस डिवीजन से सरोज भारद्वाज ने एआई का उपयोग करके डेटा विश्लेषण, प्रभात सिंगल ने शासन में एआई अपनाने के लिए रणनीतियां, सम्राट किशोर ने एआई सिस्टम में जोखिम न्यूनीकरण तथा डीआईजी (साइबर क्राइम) मोहित चावला ने साइबर स्वच्छता संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की।
निदेशक, डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं शासन विभाग डॉ. निपुण जिंदल ने कार्यशाला में शामिल होने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस को और अधिक उत्तरदायी, प्रभावशाली एवं पारदर्शी बनाने की दिशा में यह कार्यशाला महत्त्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।