आतमा परियोजना उप निदेशक ने किया घालूवाल और कर्मपुर में किसानों के खेतों का दौरा
वहीं, आतमा परियोजना के परियोजना निदेशक वीरेंद्र बग्गा ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए उठाए कदमों की जानकारी देते हुए बताया कि कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आतमा) के तहत हरोली और ऊना विकास खंडों में 6131 किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रशिक्षित किया जा चुका है। इनमें 5090 किसान लगभग 805 हैक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। इसके साथ ही हरोली और ऊना ब्लॉक में भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति के तहत 1976 कृषकों ने पंजीकरण करवाया है और उन्हें समय-समय पर प्रशिक्षण शिविरों के जरिए प्राकृतिक खेती में जानकारी दी जा रही है।
इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना में किसानों को देसी गाय खरीदने के लिए 25 हज़ार रूपये और यातायात के लिए 5 हज़ार रूपये की आर्थिक मदद दी जाती है। उन्होंने बताया कि डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विसेज फार इनपुट डीलर्स के तहत इनपुट डीलर्स को एक साल का डिप्लोमा कोर्स करवाया जाता है ताकि वे कृषि के विभिन्न पहलुओं से परिचित हो सके और किसानों को अच्छी सेवाएं प्रदान कर सकें।