भाषण में सकोह की दलजीत, निबंध में खन्यारा की असीमा रही अव्वल
इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि एडीसी सौरभ जस्सल ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि डा यशवंत परमार का हिमाचल निर्माण में अमूल्य योगदान रहा है। उन्होंने हिमाचल की संस्कृति तथा कलाओं के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इस अवसर पर कवियों ने डा यशवंत परमार के योगदान को अपनी कविताओं के माध्यम से व्यक्त किया तथा सामाजिक समस्याओं को लेकर भी तंज कसे। वंशिका कला युवा मंच ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम के मुख्यातिथि एडीसी सौरभ जस्सल ने कहानी तथा निबंध लेखन के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इससे पहले जिला भाषा अधिकारी अमित गुलेरी ने कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सभी अतिथिगणों का आभार व्यक्त किया।