आम लोगों को ऋण योजनाओं से जोड़ें सभी बैंक: अमरजीत सिंह
उपायुक्त ने कहा कि 31 मार्च 2024 को जिला हमीरपुर की सीडी रेशो 25.23 प्रतिशत रही, जिसमें काफी सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसमें सुधार के लिए सभी बैंकों की सभी शाखाओं को मिशन मोड में कार्य करना होगा। उपायुक्त ने सभी बैंकों के अधिकारियों को शाखा स्तर पर रणनीति बनाने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक जागरुकता शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आम लोगों को बैंकिंग योजनाओं के बारे में जागरुक करने में सेंटर फॉर फाइनेंशियल लिटरेसी (सीएफएल) और फाइनेंशियल लिटरेसी काउंसलर (एफएलसी) भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उपायुक्त ने कहा कि सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न सब्सिडी योजनाओं और प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए ऋण आवंटन में अनावश्यक विलंब नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि, बागवानी, पशु पालन, मत्स्य पालन, मौन पालन और इनसे संबंधित व्यवसायों के लिए अतिशीघ्र ऋण उपलब्ध करवाने के लिए सभी पात्र बैंक खाताधारकों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए जाने चाहिए।
बैठक में विभिन्न बीमा और पेंशन योजनाओं, ऋण योजनाओं, पीएनबी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के प्रशिक्षण कार्यक्रमों और अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने पीएनबी आरसेटी की विभिन्न गतिविधियों की वार्षिक रिपोर्ट का विमोचन भी किया।
बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के एलडीओ आशीष सांगरा और अन्य अधिकारियों ने भी ऋण आवंटन के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव रखे। जबकि, जिला अग्रणी प्रबंधक टशी नामग्याल ने सभी अधिकारियों का स्वागत किया तथा अंतिम तिमाही की उपलब्धियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। नाबार्ड के डीडीएम नरेश कुमार ने जिला में ऋण आवंटन की संभावनाओं से संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत की। पीएनबी आरसेटी के निदेशक अजय कतना ने उपायुक्त और सभी अधिकारियों का धन्यवाद किया।