हिमाचल मित्र मण्डल दिल्ली की संसद सदस्य अनुराग ठाकुर के साथ चाय पर चर्चा

हिमाचल मित्र मण्डल दिल्ली की संसद सदस्य अनुराग ठाकुर  के साथ चाय पर चर्चा
अक्स न्यूज लाइन नई दिल्ली 17 दिसंबर : 
 
हिमाचल मित्र मण्डल दिल्ली, जो प्रवासी हिमाचली महिलाओं द्वारा संचालित दिल्ली की एकमात्र सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक संस्था है, के पदाधिकारियों और सदस्यों की  संसद सदस्य अनुराग ठाकुर के साथ चाय पर चर्चा, रफी मार्ग, कांस्टीट्यूशनल क्लब, दिल्ली में हुई, जिसमें हिमाचल मित्र मण्डल की महिलाओं ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और अपनी मांगे माननीय संसद के समक्ष रखीं, जो निम्नलिखित है l 
 
1. धर्मशाला जिला कांगड़ा हिमाचल प्रदेश में खुलने वाली सीजीएचएस डिस्पेंसरी की अतिशीघ्र नोटिफिकेशन करवाया जाए ।
 
2. जिला मण्डी में किसी एक स्थान मण्डी, नेरचौक या सुन्दर नगर में एक नई सीजीएचएस डिस्पेंसरी खुलवाने हेतु  प्रार्थना प्रस्ताव l 
 
3. भानुपल्ली पंजाब से बेरी बिलासपुर हिमाचल प्रदेश रेलवे लाइन को मण्डी और कुल्लू तक विस्तार को प्रस्तावित करें । 
 
4. वंदे भारत ट्रेन का कुल्लू मण्डी बिलासपुर के लोगों की सहूलियत के लिए किरतपुर साहिब पंजाब में रुकने के लिए 2 मिनट का स्टॉपेज देने की मांग । और साथ ही वंदे भारत ट्रेन को अंब इंदौरा से आगे दौलतपुर चौक तक बढ़ाया जाए ।
 
5. सामरिक दृष्टि एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रस्तावित बल्ह (मण्डी) हवाई अड्डे के काफी समय से लंबित कार्य को अतिशीघ्र क्रियान्वित किया जाए  और इसके अलावा भाखड़ा नांगल डैम में नैना देवी मंदिर के श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए नांगल रेलवे स्टेशन पर भी वंदे भारत ट्रेन का 2 मिनट का स्टॉपेज किया जाये ।
 
6. हिमाचल मित्र मण्डल के सदस्यों ने इन महत्वपूर्ण विषयों पर  अनुराग ठाकुर के साथ विस्तृत चर्चा के उन्होंने आश्वासन दिया कि इन मुद्दों को जल्द से जल्द वह भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालय से बातचीत करके क्रियान्वित करने की कोशिश करेंगे ।
 
हिमाचल मित्र मण्डल की महासचिव अनीता शर्मा ने बताया कि हिमाचल मित्र मण्डल, दिल्ली में हिमाचल प्रदेश की एकमात्र महिलाओं द्वारा संचालित संस्था है जो सांस्कृतिक व समाजिक कार्यों को करने में प्रदेश की अन्य संस्थाओं में सबसे अग्रणी है । यह संस्था सामाजिक गतिविधियों के जरिए दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रह रहे हिमाचलवासियों को एकजुट करने के साथ-साथ प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखने और संरक्षण व संवर्धन में अहम भूमिका निभा रही है । यह संस्था हिमाचल की अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर हिमाचल प्रदेश के उत्थान हेतु भी अपना सर्वोतम योगदान देती रही है ।