सैनिक स्कूल सुजानपुर टीरा ने मनाया अपना 47वां वार्षिकोत्सव

सैनिक स्कूल सुजानपुर टीरा ने मनाया अपना 47वां वार्षिकोत्सव

अक्स न्यूज लाइन सुजानपुर 25 अक्टूबर : 

 

सैनिक स्कूल 'सुजानपुर टीराने बड़ी धूमधाम और शोभा के साथ अपना 47वां वार्षिकोत्सव मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंकज चढ़ा डिविजनल मैनेजर एच आर टी सी हिमाचल प्रदेश उपस्थित रहे। लेफ्टिनेंट कर्नल राजेंद्र सिंह प्रशासनाधिकारीउप प्रधानाचार्य कमांडर संदीप सिंह विर्कएवं विद्यालय के कर्मचारियों और कैडेटों ने स्कूल प्रांगण में मुख्य अतिथि का स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत वीर समारक पर 'पुष्पांजलि अर्पित करके हुई। इसके बाद भक्ति गीत और 'गणेश-वंदनाप्रस्तुत की गई। सामूहिक एरोबिक प्रदर्शनउच्च घुड़कूद टेबळयू प्रदर्शनध्वज प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भांगड़ाडोगरी नृत्य आदि ने समारोह को मनमोहक बना दिया।

 

प्रशासनाधिकारी ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ते हुए कैडेटों की प्राप्तियों को उजागर किया। उन्होंने कहा कि स्कूल हमेशा कैडेटों के लिए एक अनुकूल शिक्षण वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि वे भविष्य में समग्र परिणाम उत्पन्न कर सकें।

 

इस अवसर परमुख्य अतिथि ने विभिन्न क्षेत्रों में विजेताओं को ट्रॉफियाँ प्रदान की।  इस अवसर पर पूर्व छात्र संघ के 25वें बेच ने मेजर नीरज शर्मा एनडीए ट्रॉफी प्रस्तुत की जिसे पहली बार सतलुज हाउस ने जीता। सतलुज हाउस ने प्रतिष्ठित ‘मेजर नीरज शर्मा एनडीए ट्रॉफी’, ‘कैप्टन नितिन गौतम साहित्यिक ट्रॉफीप्राइमरी ट्रॉफी’, और ‘मेजर सुधीर वालिया कॉक हाउस ट्रॉफी’ जीती। रावी हाउस ने ‘जीओसी-इन-सी वेस्टर्न कमांड अकादमिक ट्रॉफी’, ‘मेजर राकेश शर्मा खेलकूद ट्रॉफी’ और ‘माइनर ट्रॉफी’ जीती। इसके अलावा, 2023-24 में अनुरूप परीक्षा में 90% या उससे अधिक अंक हासिल करने वाले कैडेटों को भी मैरून ब्लेज़र से सम्मानित किया गया।

 

अपने संबोधन मेंमुख्य अतिथि ने 1978 से स्कूल स्थापना के बाद से 47 वर्षों के गरिमामयी ढंग से  पूरी होने पर विद्यालय को अपनी शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने विद्यालय प्रशासन और कर्मचारियों के उनके अथक परिश्रमसमर्पण और इस स्कूल को देश और राज्य का एक प्रमुख संस्थान बनाने के लिए उनके प्रयासों की सराहना की। मुख्य अतिथि ने कहा कि युवा कैडेटों को हमारे राष्ट्र को सबसे अच्छा बनाना चाहिए और उन्हें उच्च नैतिक मूल्यों को विकसित करने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए ताकि वे भविष्य में अपनी भरपूर क्षमताओं के साथ देश की सेवा कर सकें।