डिजिटल साक्षरता शिविर के माध्यम से डिग्री कॉलेज ऊना में बच्चों को किया जागरूक
एसडीएम ने बताया कि वर्तमान समय में कम्पयूटर और मोबाइल का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। प्रत्येक कार्य को सुगमता के साथ करने के लिए कम्पयूटर और ऑनलाईन सुविधा से जोड़ा जा रहा है। ऑनलाईन प्रक्रिया की सम्पूर्ण जानकारी के अभाव में लोग आय दिन साइबर क्राइम और डिजिट धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग लालच में आकर अपने निजी जानकारी दूसरों के साथ शेयर कर देते हैं जिस कारण दिन प्रतिदिन यह अपराध बढ़ते जा रहे हैं। इस अपराध को रोकने के लिए सरकार द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है कि जन-जन को साइबर क्राइम के बारे में संदेश दिया जाए और इससे बचने के सुझाव लोगों तक पहुंच जाएं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग साइबर के बारे में जागरूक रहे और और इससे बचें।
उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम एक ऐसा अपराध है जिसमें कंप्यूटर या मोबाइल का उपयोग करके ऑनलाइन निजी जानकारी को प्राप्त करते हैं और उसका गलत इस्तेमाल करते हैं उसी को साइबर क्राइम कहते हैं। इसके माध्यम से वह किसी भी यूजर की पर्सनल जानकारी, बैंक डिटेल, आधार डिटेल को चोरी करते हैं तथा उसके बाद साइबर क्राइम करते हैं।
इस अवसर पर प्राचार्या डॉ. मीता शर्मा, उपप्राचार्य डॉ. राजकुमार, प्रा.े पुनीत प्रेम, डॉ. सुरेश कुमार, डॉ संजय वर्मा, डॉ केके पांडेय, डॉ भगवान दास, डॉ श्वेता शर्मा, डॉ रंजू, सीडीपीओ कुलदीप दयाल सहित सभी प्राध्यापक और कॉलेज छात्र व छात्राएं मौजूद रहें।