विश्व छात्र दिवस के अवसर पर अंतर महाविद्यालय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन
अक्स न्यूज लाइन ..नाहन, 15 अक्तूबर
महाविद्यालय नाहन की पूर्व छात्र संघ कार्यकारिणी, श्री सत्य साँई सेवा समिति, हितेषी समाज सेवा समिति एवं डॉ वाई एस परमार महाविद्यालय नाहन के सयुंक्त तत्त्ववधान में साई हाल रानीताल नाहन में विश्व छात्र दिवस के अवसर पर अंतर महाविद्यालय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया ।छात्रों में सार्वजनिक रूप से बोलने की क्षमता विकसित करने और मानवीय मूल्यों को विकसित करने के लिए "विश्व छात्र दिवस" 15 अक्तूबर, 2023 को देश के 11वें राष्ट्रपति, छात्रों के प्रिय डॉ अब्दुल कलाम जी के जन्मदिन के अवसर पर उनके व्यक्तित्व के बारे में अंतर महाविद्यालय भाषण इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
मंच संचालन कर रहे प्रोफसर बी आर ठाकुर ने इस प्रतियोगिता के नियमों एवं निर्णायक मंडल की घोषणा की। श्री राजेश सोलंकी, डॉ अनूप भटनागर एवं डॉ आई डी राही जी ने इस प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाई।इस कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री साई के मंगलाचरण एवं प्रार्थना सभा से हुआ। इस अवसर पर पूर्व छात्र संघ नाहन कॉलेज की समस्त कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद थे।
इस प्रतियोगिता में सिरमौर जिले के महाविद्यालयों, डॉईट,नर्सिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज नाहन, हिमालयन काला अम्ब एवं आस्था संस्थान के 18 छात्रों ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता में राजकीय महाविद्यालय नाहन के छात्र नितिन चौहान ने प्रथम,राजकीय महाविद्यालय नाहन की ही पायल शर्मा और शिवांशी शर्मा गुरु गोबिंद सिँह राजकीय महाविद्यालय पांवटा साहिब की छात्रा ने सयुंक्त रूप से द्वितीय एवं राजकीय मेडिकल कॉलेज नाहन की छात्रा कृतिका कोंडल ने तृतीय स्थान हासिल किया। माता पदमावती नर्सिंग कॉलेज नाहन की छात्रा प्रेरणा ने चौथा, डॉ वाई एस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन की छात्रा साक्षी विष्ट एवं महाविद्याल पोंटा साहिब की छात्रा शिवानी चौहान ने सयुंक्त रूप से पाँचवा स्थान हासिल कर सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किए।
इसी बीच कुमारी कृतिका द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति दी गई।श्री अनूप भटनागर जी द्वारा इस कार्यक्रम के बारे में विचार प्रस्तुत कर सभी को अपना आशीर्वाद दिया गया ।पूर्व छात्र संघ के अध्यक्ष एवं साई सेवा समिति हितेषी के प्रधान प्रोफेसर अमर सिँह चौहान जी द्वारा आज के इस कार्यक्रम से प्राप्त संदेश को अपने जीवन में उतारने का संदेश दिया गया।मुख्य अतिथि डॉ प्रेम राज भारद्वाज ने छात्रों को प्रेरित करते हुए बताया कि किस तरह से व्यक्तित्व के सम्पूर्ण विकास के लिए बाहरी एवं आंतरिक विकास की आवश्यकता है। उन्होंने आह्वान किया कि हमारे अंदर जिज्ञासा होनी चाहिए और हमें आजीवन शोधार्थी बन कर सत्य के लिए प्रयास करना चाहिए।
हमें ऑंखें बंद कर किसी भी बात पर विश्वास नहीं करना चाहिए। उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त विजेताओं को 1000 रूपये का चेक, स्मृति चिह्न, द्वितीय को 700 रूपये का चेक, स्मृति चिह्न, तृतीय को 500 रूपये का चेक स्मृति चिह्न और 200 रूपये के दो सांत्वना पुरस्कार दिए गए। इसके अतरिक्त सभी प्रतिभागियो को भी पुरस्कार प्रदान किए गए।