एसडीएम ने की महिला एवं बाल विकास योजनाओं की समीक्षा
इस अवसर पर एसडीएम ने बताया कि नादौन खंड में 290 आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से छह माह से छह वर्ष तक के 6094 बच्चों, 1081 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पूरक पोषाहार प्रदान किया जा रहा है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत बेटियों के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं उन्हें अपनी सुरक्षा के बारे में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जागरुक एवं सशक्त किया जा रहा है।
बेटी है अनमोल योजना के अंतर्गत 41 बेटियों के नाम कुल 8,32,000 रुपये की एफडी करवाई गई है। इसी योजना के अंतर्गत 717 बेटियों को 10,27,250 रुपये की स्कॉलरशिप दी गई है। मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के अंतर्गत 15 बेसहारा बच्चों को प्रतिमाह 4000 रुपये की राशि दी जा रही है। इसी योजना के तहत 18 से 27 वर्ष तक के 30 पात्र युवाओं को भी चिन्हित किया गया है, जिन्हें गृह निर्माण, उच्च शिक्षा तथा विवाह इत्यादि के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की 34 पात्र लड़कियों के विवाह हेतु 17,34,000 रुपये की राशि व्यय की गई। मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत 124 लड़कियों के विवाह पर कुल 38,44,000 रुपये की राशि जारी की गई। मदर टेरेसा असहाय मातृ संबल योजना के अंतर्गत 260 महिलाओं के 456 बच्चों को 19,52,124 रुपये की राशि जारी की गई।
इस अवसर पर एसडीएम ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आदर्श आचार संहिता की अवधि समाप्त होने के बाद सभी कल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करें, ताकि पात्र लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।
इससे पहले, बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं खंड स्तरीय समिति के सदस्य सचिव संजय गर्ग ने एसडीएम और अन्य सभी अधिकारियों का स्वागत किया तथा विभिन्न योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।
इस बैठक में नगर पंचायत नादौन के अध्यक्ष शम्मी सोनी और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भी भाग लिया।