अक्स न्यूज लाइन शिमला 13 सितंबर :
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 राजीव बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि राहुल गांधी ने विदेश में जाकर जो बयान दिया है कि हम एससी, एसटी के आरक्षण को खत्म करेंगे, इस पर कांग्रेस पार्टी ने चुप्पी साध ली है, जबकि उन्होनें दुनिया के सामने, मीडिया के सामने इस बात को कहा है। यानि दो प्रकार का चरित्र, दो प्रकार का चेहरा, भारत में आकर बार-बार पूछना कि तेरी जाति क्या है ? कौन से सम्प्रदाय से आते हो ? और विदेश में जाकर यह कहना कि हम भारत में आरक्षण को खत्म कर देंगे, इसके बारे में स्पष्टता होना नितांत आवश्यक है।
डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर लगातार भारत की निंदा की जा रही है, यह बहुत चिंता की बात है। भारत के अच्छे गुणों को, भारत की अच्छाईयों को दुनिया के सामने रखने की बजाए भारत की कमजोरियों को और जो कमजोरियां नहीं भी है उनको केवल राजनीतिक रूप से इस्तेमाल करने के लिए विश्व के सामने परिलक्षित करना, यह और भी ज्यादा चिंता का विषय है, इसका कड़ा संज्ञान लेने की आवश्यकता है।
डाॅ0 राजीव बिन्दल ने शिमला के मस्जिद प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि शिमला के संजौली में जिस प्रकार पुलिस के द्वारा, प्रशाासन के द्वारा और कांग्रेस की सरकार के द्वारा निहत्थे लोगों के उपर लाठीचार्ज किया, वाटर कैनन के साथ पानी की जबरदस्त बौछारें की जिससे अनेक-अनेक लोग घायल हुए। उसके बाद अब पुलिस लगातार कुछ ऐसे लोगों को ढुंढकर उनके उपर एफआईआर करके दबाव में, भय में, डर में लोगों की मन की भावनाओं को दबाने का प्रयास कर रही है।
डाॅ0 बिन्दल ने प्रदेश सरकार पर सीधा-सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब कार्य प्रदेश की वर्तमान सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। उन्होनें कहा कि प्रदेश सरकार दो प्रकार की वाणी का प्रयोग कर रही है। विधान सभा के अंदर सरकार की वाणी कुछ और है और विधानसभा के बाहर वाणी अलग है। जो वाणी सरकार ने विधानसभा के बाहर बोली और स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस मस्जिद का जो यह ढांचा है अवैध है, अनाधिकृत है इसको हटाना चाहिए। बाहर से आने वाले लोगों ने यहां की डेमोग्राफी को चंेज किया है। सरकार ने स्पष्ट तौर पर कहा कि हमारे लोगों का जीवन बदलता जा रहा है, नरकीय होता जा रहा है। इस तरह की भाषा का प्रयोग विधानसभा के अंदर सरकार द्वारा किया गया लेकिन बाहर आकर शब्द बदल गए।
डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि क्या हिमाचल प्रदेश की सरकार के उपर राष्ट्रीय स्तर से दबाव डाला गया है ? कौन से दबाव के कारण विधानसभा के अंदर और बाहर का बयान बदल रहा है। उन्होनें कहा कि जो स्थिति है उसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है, मामला एक स्थान का नहीं है। हिमाचल प्रदेश एक शांतिप्रिय प्रदेश और भविष्य में भी यह शांतिप्रिय रहे इसके लिए कुछ ऐसे काम करने होंगे जिससे यहां की डेमोग्राफी न बदले, यहां की जनभावना उसी प्रकार की रहे, उनमें किसी प्रकार की कटुता न आए, उसके लिए सरकार कोई कार्यवाही करने की आवश्यकता है।