हिमतरु बाल विशेषांक का लोकार्पण 27 अगस्त को मोनाल में, प्रतिभागी विद्यार्थियों को किया जाएगा पुरस्कृत
हिमतरु के संपादक किशन श्रीमान ने जानकारी दी बाल साहित्य में जादुई आकर्षण होता है, जो उनके बाल मन को मोहित करता है तथा उनकी कल्पना, जिज्ञासा और भावनात्मक विकास को पोषित करता है। उन्होंने बताया कि साहित्य की यह अनूठी शैली, विशेष रूप से उन्हीं पाठकों के लिए, जिसे बच्चों को आकर्षित करने, प्रेरित करने और शिक्षित करने के लिए अत्यंत सावधानी और विचार के साथ तैयार किया गया है। बच्चों के साहित्य के पन्नों में, मनमोहक कहानियों, रंग-बिरंगे चित्रों और मूल्यवान जीवन पाठों की एक दुनिया इंतज़ार कर रही है, जो इसे बच्चे के प्रारंभिक वर्षों का एक अनिवार्य पहलू बनाती है। उन्होंने बताया कि इस विषेशांक के माध्यम से बच्चों के साहित्य को परिभाषित करने वाली प्रमुख विशेषताओं और अगली पीढ़ी के दिलों-दिमाग को आकार देने पर इसके गहन प्रभाव का पता लगाएंगे।
किशन श्रीमान ने जानकारी दी कि 27 अगस्त को होने वाले इस लोकार्पण समारोह के दौरान विशेषांक में प्रकाशित चित्रकारी, फोटोग्राफी व अन्य विषयों पर हुई प्रतियोगिताओं में प्रतिभागी विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र भी दिये जाएंगे। उन्होंने कला साहित्य एवं संस्कृति प्रेमियों से इस समारोह में सम्मिलित होने की अपील की है।