प्रदेश शिक्षा नीति में जल्द लागू हो NEP : अभाविप
अक़्स न्यूज लाइन,शिमला--26 दिसंबर
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कार्यकारी परिषद की बैठक हुई बैठक से पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय इकाई द्वारा विभिन्न मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा गया।
जिसमे प्रमुख रूप से परिषद ने पूर्व की सरकारों के प्रति रोष प्रकट करते हुए कहा की छात्रों के एक मात्र लोकतांत्रिक अधिकार छात्र संघ चुनावो को लगभग पिछले 10 वर्षों से बंद किया गया है और सरकारों ने भी इस विषय पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने का काम किया है ।
छात्र संघ चुनाव छात्रों की आवाज उठाने का एक मात्र माध्यम था। आज प्रदेश में छात्र के समक्ष अनेक प्रकार की समस्याएं आ रही हैं परंतु वर्तमान समय में छात्रों का प्रतिनिधित्व करने के लिए कोई प्रतिनिधि न होने के कारण प्रशासन अपनी मनमानी करते दिख रहा है इसलिए विधार्थी परिषद ने कहा की छात्र संघ चुनाव जल्द बहाल किये जाएं।
इसी के साथ विद्यार्थि परिषद का कहना है कि *नई शिक्षा स्वतंत्र भारत की तीसरी शिक्षा नीति है जिसमे बुनियादी तौर पर बदलाब किए गए हैं लेकिन भारत की पहली ऐसी शिक्षा नीति है जो कि औपनिवेशिक विचार को तोड़ते हुए भारतीय विचार पर केंद्रित शिक्षा नीति है*।
नई शिक्षा नीति को लागू करने पीछे मुख्य उद्देश्य *भारत में बच्चों को तकनीकी तथा रचनात्मकता के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता का महत्व से अवगत कराना है जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके* ऐसी शिक्षा नीति को लागू करने में प्रशासन विलम्ब न करे तथा जल्द से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पाठयक्रम को आरंभ किया जाए।