मुख्यमंत्री ने सड़क परियोजनाओं के निर्माण कार्यों की समीक्षा की
मुख्यमंत्री ने विभागों को विकासात्मक कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए निर्धारित समयसीमा में पूरा करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने एनएचएआई अधिकारियों को शिमला-मटौर तथा मंडी-पठानकोट सड़कों को पूर्ण रूप से फोरलेन में विकसित करने के निर्देश दिए ताकि यात्रियों को आरामदायक यात्रा की सुविधा मिल सके। राज्य सरकार कांगड़ा जिला को राज्य की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित कर रही है तथा दोनों फोरलेन परियोजनाएं पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने दोनों फोरलेन परियोजनाओं की सुंदरता बढ़ाने तथा अनावश्यक रूप से पहाड़ियों को काटने के लिए सुरंगों के निर्माण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि फोरलेन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद यात्रियों के समय तथा धन की बचत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला से नौणी सड़क का निर्माण कार्य इस वर्ष मानसून के बाद शुरू किया जाएगा। सितंबर, 2026 तक इस कार्य के पूरा होने की उम्मीद है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिंजौर-नालागढ़-बद्दी फोरलेन के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी ताकि इस क्षेत्र में उद्योगों को लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने इस परियोजना को वर्ष 2025 के अंत तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिमला बाईपास परियोजना, शिमला-सोलन फोरलेन व मंडी-हमीरपुर और पांवटा-शिलाई सड़कों को चौड़ा करने और इनके सुदृढ़ीकरण की भी समीक्षा की। उन्होंने इन परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए राज्य सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, प्रधान सचिव देवेश कुमार और अमनदीप गर्ग, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता एन.पी. सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।