नाहन में मेडिकल कॉलेज का विरोध करने वाले कांग्रेसी पार्षदों ने किए प्रस्ताव पर हस्ताक्षर, भाजपा पार्षद विक्रम वर्मा ने सरकार के खिलाफ खोल मोर्चा

नाहन में मेडिकल कॉलेज का विरोध करने वाले कांग्रेसी पार्षदों ने किए प्रस्ताव पर हस्ताक्षर, भाजपा पार्षद विक्रम वर्मा ने सरकार के खिलाफ खोल मोर्चा

अक्स न्यूज लाइन नाहन , 18 दिसंबर :

जमीन की कमी का बहाना बनाकर कर मेडिकल कॉलेज नाहन को शहर से बाहर शिफ्ट करने की कवायदों में जुटे कांग्रेस सरकार के मंत्रियों, स्थानीय विधायक व कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ जनता विरोध भी अब मुखर हो रहा है । इस कड़ी में आज भाजपा के पार्षद विक्रम वर्मा ने मोर्चा खोलते हुए कांग्रेस का पार्षदों को आड़े हाथों लिया। 

मीडिया में रूबरू हुए वर्मा ने कहा कि 14 फरवरी 2024 को सदन में उन्होंने मेडिकल कॉलेज को नाहन शिफ्ट न करने बारे प्रस्ताव रखा था। सदन उस वक़्त 13 पार्षदों ने जिनमे कांग्रेस के 5 पार्षद भी शामिल थे प्रस्ताव के समर्थन में हस्ताक्षर किए थे।
विक्रम वर्मा ने मेडिकल कॉलेज शिफ्ट करने का विरोध जताते हुए कहा है कि यह फैसला उचित नही है और आने वाले समय में शहर के लोगों को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा।
 

भाजपा के युवा नेता ने कहा कि नगर परिषद द्वारा भी 14 फरवरी 2024 को एक प्रस्ताव पारित किया गया था कि मेडिकल कॉलेज भवन को शिफ्ट नहीं किया जाए और उस प्रस्ताव में उन कांग्रेस समर्थित पार्षदों के भी हस्ताक्षर थे जो आज शिफ्ट करने का समर्थन कर रहे है। 
उन्होंने कहा कि नगर परिषद के पार्षदो ने जनता का प्रतिनिधि होने के कारण कॉलेज को शिफ्ट न करने का प्रस्ताव जनता की मांग पर रखा था मगर अब  इस कॉलेज को शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही है जो उचित नहीं है।

उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार हवाला दे रही है कि प्रदेश में आर्थिक तंगी चल रही है वहीं दूसरी तरफ करोड़ो रुपए की लागत से जो भवन बन चुके उसका आने वाले समय में कोई इस्तेमाल नहीं होगा और दोबारा भवन निर्माण पर करोड़ों रुपए खर्च होंगे।

उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर मेडिकल कॉलेज को शिफ्ट करने की बात की जा रही है वह स्थान भी उचित नहीं है ऐसे में सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए। मौजूदा समय में जिस स्थान पर भवन निर्माण कार्य चल रहा है वहाँ जमीन कम होने का  हवाला दिया जा रहा है जो ठीक उचित नहीं है उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पास यहां पर्याप्त मात्रा में जमीन उपलब्ध है और 75 बीघा जमीन नगर परिषद द्वारा भी मेडिकल कॉलेज को उपलब्ध करवाई गई है ऐसे में जमीन कम होने का हवाला दिया जाना भी न्याय संगत नहीं है।