नाहन नगर परिषद में तकरार जारी...हाऊस न बुलाने के मामले भाजपा शासित परिषद खटखटा सकती है अदालत का दरवाजा,नप अध्यक्षा ने कार्यकारी अधिकारियों लिया आड़े हाथों,
अक़्स न्यूज लाइन, नाहन -- 23 अगस्त
भाजपा शासित नगर परिषद नाहन में कांगे्रस सरकार के सियासी दबाव के चलते पिछले 5 महीने से हाऊस न बुलाने को लेकर तकरार जारी है। भाजपा शासित परिषद की अध्यक्षा श्यामा पुंडीर ने कार्यकारी अधिकारियों व कांग्रेस सरकार आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एमसी एक्ट को लेकर मनमानी करने के मामले में सोलन नगर निगम प्रकरण से सबक लेना चाहिए। जहां सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को झटका देते हुए पूर्व की स्थिति को बहाल किया है। नप अध्यक्षा ने मीडिया को जारी बयान में का कि अगर नप का हाऊस जल्द नही बुलाया गया तो परिषद अदालत का दरवाजा खटखटाऐगी।
नप के दोनों कार्यकारी अधिकारियों के एजेंडा व हाऊस बुलाने को लेकर मीडिया में बीते दिन दिए बयान को लेकर नप अध्यक्षा ने एजैंडे की प्रति जारी करते हुए कहा कि हाऊस में रखने के लिए बने एजेंडा पर ईओ संजय तोमर अजय गर्ग द्वारा हस्ताक्षर किये गए है। एजेंडा को लेकर जो बयान दोनों की तरफ से आए है वो आधारहीन है। नप अध्यक्षा ने आरोप लगाया कि नप के दोनों कार्यकारी अधिकारियों ने दबाव आकर बयान दिए है। जबकि यह स्पष्ट है कि दोनों अधिकारियों के हस्ताक्षर है।
यह एजेंडा कार्यकारी अधिकारी के साथ बैठकर बनाया गया था। उन्होने क हा कि इस मामले में जरूरत पड़ी तो साक्ष्य भी प्रस्तुत किये जा सकते है। नप अध्यक्षा ने आरोप लगाया किसरकार के दबाव में यह सब किया जा रहा है। नप अध्यक्षा ने साफ किया कि अब ऐसा नही चलेगा अगर जनरल हाउस रोकने का सियासी षडयंत्र ऐसे ही चलता रहा तो अदालत का दरवाजा खटखटायेंगे।
कार्यकारी अधिकारी बोले नप अध्यक्षा पत्र लिखा था..
कार्यकारी अधिकारी अजय गर्ग ने नप अध्यक्षा को लिखे पत्र में कहा था कि में 16 अगस्त 2024 को अतिरिक्त चार्ज ले कर नगर परिषद नाहन में आया हूँ और मीटिंग की तिथि और उसके एजेंडे के विषय मे मैने आपसे विचार विमर्श किया था। आपको बताया था कि आपके द्वारा बनवाये गए एजेंडे में बहुत सारे महत्वपूर्ण मुद्दे छूट गए हैं उन मुद्दों का रिकॉर्ड कर्मचारियों के पास हैं। क्योंकि मीटिंग के बारे में किसी भी कर्मचारी को सूचना नहीं है और नगर परिषद की यह बैठक कई महीनों के पश्चात हो रही है इसलिए नगर परिषद की सभी ब्रांचो से महत्वपूर्ण मुद्दे लेकर एक पूर्ण एजेंडा मीटिंग में रखा जाना उचित होगा ताकि शहर का रुका हुआ विकास दोबारा से गति प्राप्त कर सके और मीटिंग की तिथि को लेकर अनेकों पार्षदों के बीच में विरोधाभास भी था जिसकी सूचना भी मौखिक रूप से आपको दी गई थी।
इसीलिए दिनांक 22 अगस्त 2024 की बैठक नहीं हो पाई। नप कार्यकारी अधिकारी ने पत्र में अध्यक्षा से कहा था कि सभी महत्वपूर्ण मुद्दे लेकर नया एजेंडा तैयार करवा ले और सभी सभी पार्षद गणों की सर्वसम्मति से एक तिथि एवं मीटिंग का स्थान बता दें ताकि उस तिथि पर बैठक का आयोजन किया जा सके और अतिरिक्त चार्ज होने के कारण मैं राजगढ़ की व्यवस्था भी उन तिथियां के हिसाब से एडजस्ट कर सकूं।