कोट और मटाहणी स्कूल की छात्राओं को बताए तनाव से निपटने के उपाय
मुख्यतः किशोरावस्था में मानसिक तनाव से संबंधित इन कार्यक्रमों में प्रसिद्ध मनोविज्ञानी एवं काउंसलर शीतल वर्मा ने मानसिक तनाव के लक्षणों और इस पर नियंत्रण एवं प्रबंधन के बारे में छात्राओं के साथ कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। शीतल वर्मा ने कहा कि हम जब भी कोई अपनी बात या पक्ष रखते हैं तो हमें दूसरों की बात को भी ध्यान से सुनना चाहिए तथा तुरंत निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। व्यर्थ की सलाह से भी बचना चाहिए।
बाल विकास परियोजना अधिकारी सुनीता शर्मा ने भी छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के बारे में चर्चा करते समय सही शब्दों का प्रयोग किया जाना चाहिए तथा नकारात्मक भाषा से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें आभार तथा प्रशंसा व्यक्त करने और दूसरों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग के अन्य अधिकारी तथा स्कूल के शिक्षक भी उपस्थित रहे।





