हिमाचल को राहत के नाम पर मिले सिर्फ 1500करोड़

हिमाचल को राहत के नाम पर मिले सिर्फ 1500करोड़

अक्स न्यूज लाइन नाहन  11 सितम्बर :
हिमाचल प्रदेश की भयावह प्राकृतिक आपदा ने लाखों लोगों की जिंदगी को तहस नहस कर दिया घर बहे सड़के पुल मिट्टी में मिले बगीचे खत्म हो गए खेती बागवानी सब मिट्टी हो गया हिमाचल का प्रयटन उद्योग खत्म हो चुका है महीनों से हिमाचल केंद्र से मदद की गुहार लगा रहा था जवाब में मिला 1500करोड़  जबकि हिमाचल में नुकसान 10हजार करोड़ से भी ज्यादा हुआ है
ये मरहम नहीं जख्म है हिमाचल के ज़ख्मों पर जनता के विश्वास का मजाक है  आम आदमी पार्टी पूर्व जिला सचिव साधना बर्मन ने केंद्र  द्वारा प्रदत राहत पर सवाल उठते हुए कहा कि क्या हिमाचल की तबाही प्रधानमंत्री को चुनावी सभाओं मे  दिखती है  हिमाचल आर्थिक स्थिति से जूझ रहा है एसे में केंद्र और राज्य सरकार  प्रशासन पक्ष विपक्ष स्थानीय कलाकारों जो इस वक्त बड़ी विभूतियां है सबको साधना बर्मन का कहना है की इस आपदा की स्थिति में एक हो कर आगे आना चाहिए 
जो तथाकथित राशि मिली है वो सही हाथों में जानी चाहिए आपदा पीड़ित परिवारों को फौरन मुआवजा राशि मिलनी चाहिए ऐसा न हो कि ये केवल भाषणों  तक ही सीमित रह जाए जितनी मदद हो सही तौर पर पीड़ितों को मिलनी चाहिए

 राहत  राशि सही हाथों में जाए पीड़ित परिवारों को फोरन* *मुआवजा मिले* 
आम आदमी पार्टी बैठक में प्रधानमंत्री जी द्वारा राहत पर चर्चा करते हुए आम आदमी पार्टी के पूर्व सचिव साधना बर्मन पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष हबीबुल रहमान सोहन सिंह और पूर्व पार्टी कोषाध्यक्ष विनोद भटनागर के एस वालिया ने बताया कि ये राहत हिमाचल के ज़ख्मों पर मरहम नहीं नमक है ऊंट के मुंह में जीरा है हमारी सरकार और प्रशासन से मांग है कि ये राहत राशि पीड़ित परिवारों को मिले और केंद्र और भी सहायता हिमाचल प्रदेश को भेजे