सबको समान शिक्षा प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता, शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं - विक्रमादित्य सिंह
अक़्स न्यूज लाइन, शिमला --11 जुलाई
हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ओखरु में छात्र-छात्राओं की तीन दिवसीय खंड स्तरीय अंडर 14 खेलकूद प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
इस अवसर पर उन्होंने आयोजकों के साथ-साथ खेलकूद प्रतियोगिता की विजेता एवं उपविजेता टीमों को बधाई देते हुए कहा कि जीत व हार जीवन के दो पहलू है इसलिए हारने वाले बच्चे निराश न हो, पुनः खूब मेहनत करें और आगामी प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन कर विजेता बने।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा में गुणवत्ता लाने के साथ-साथ खेलकूद प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्प है।उन्होंने कहा कि बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के साथ-साथ उन्हें नशे से दूर रखने के लिए खेलकूद प्रतियोगिताओं तथा सांस्कृतिक गतिविधियों की ओर प्रेरित किया जा रहा है ताकि बच्चे स्वस्थ रहते हुए गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त कर अपना उज्ज्वल भविष्य बना सके।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के साथ-साथ शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में भी करोड़ों रुपए की विभिन्न परियोजनाओं एवं सड़कों के निर्माण कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
2.5 करोड़ से बने नए स्कूल भवन को बनाने में स्वर्गीय वीरभद्र सिंह का बहुत बड़ा योगदान
उन्होंने 2.5 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित किए गए नए स्कूल भवन के लिए स्कूल प्रबंधन व ग्राम वासियों को बधाई देते हुए कहा कि इस स्कूल का नया भवन बनाने में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने स्कूल प्रबंधन को सख्त हिदायत देते हुए कहा की बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ हर सुविधा उपलब्ध करवाई जाए ताकि सभी बच्चे आगामी फाइनल परीक्षा में मेरिट में आ सके। उन्होंने कहा कि ओखरू स्कूल से डेपुटेशन पर शिमला या अन्य स्कूलों में गए अध्यापकों को वापस लाने के लिए शिक्षा मंत्री से बात की जाएगी।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जाती है ताकि क्षेत्र के विकास के लिए नई योजनाओं को अमली जामा पहनाने के साथ-साथ बिजली, पानी, सड़क, तथा ग्रामीण क्षेत्र के कार्यों के निर्माण को गति दी जा सके। उन्होंने कहा कि शिमला सहित शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के बाशिंदों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए हिमाचल की सबसे बड़ी 105 करोड़ रुपए की गलोग-घण्डल पेयजल योजना पर कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जंगलों को आग से बचाने के लिए नालों में जहां-जहां आवश्यकता होगी छोटे-बड़े चेकडैम का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए वन विभाग के अधिकारियों से शीघ्र बैठक कर निर्णय लिया जाएगा ताकि चेक डैम पर बने पेयजल स्रोतों से जंगली जानवर पेयजल पी सके और आवश्यकता अनुसार सिंचाई एवं आग बुझाने के लिए भी इस पानी का इस्तेमाल किया जा सके।
उन्होंने कहा कि धनेश्वर खड्ड के ऊपर 2 करोड़ रुपए की लागत से पेरू ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। इसके बनने से यह क्षेत्र और नेहरा पंचायत आपस में जुड़ जायेंगे और दूरी भी कम हाेगी। उन्होंने कहा कि गलोग से ओखरू तक की सड़क पर पेचवर्क का कार्य शीघ्र किया जाएगा।