ये मुरादों का पीपल, लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक.........
अक्स न्यूज लाइन ..नाहन 18 जुलाई - 2023
उत्तर भारत की दिव्य शक्ति पीठ महामाया बाला सुंदरी मंदिर त्रिलोक पुर का सैंकड़ों साल पुराना विशाल पीपल का पेड़ यह आम पेड़ नही है। यह मुरादों का पीपल का पेड़ यहां सालाना आने लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक भी है।
मान्यता है कि पीपल के पेड़ में बाधे जाने वाले मन्नत के धागे श्रद्धालुओं की मुरादों को पूरा करते हैं। भक्त पहले इस पीपल के पेड़ पर धागा बाधते है और फिर मन्नत पूरी होने पर धागे को खोलने भी आते हैं यह क्रम सैंकड़ो साल चल रहा है।
कालान्तर में महामाया बाला सुंदरी जब पिंडी स्वरूप नमक की बोरी में देवबन्द उतर प्रदेश से यहां आई तब इसी पीपल के नीचे विराजमान हुई थी।