मुख्यमंत्री बनने के लिए कोट तो मुकेश अग्निहोत्री ने भी कई सिलवाए.. सत्ती

मुख्यमंत्री बनने के लिए कोट तो मुकेश अग्निहोत्री ने भी कई सिलवाए.. सत्ती

अक्स न्यूज लाइन ऊना --07 जुलाई

विधायक एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के बयान कि हिमाचल प्रदेश में विधायकों की मण्डी लगी है पर पलटवार करते हुए कहा कि हम जानते हैं कि चुनावों के समय आपके विधानसभा क्षेत्र में किस प्रकार वोटरों को खरीदने के मण्डी लगती है। उन्होनें कहा कि मुकेश अग्निहोत्री जो समय-समय पर भाजपा पर विधायकों को खरीदने के बेबुनियाद आरोप लगाते फिरते हैं असलियत यह है कि कांग्रेस पार्टी अपने कुनबे को नहीं संभाल पा रही है और मंत्री, विधायक अपनी ही सरकार से परेशान है और अब जब इनके अपने ही इनके खिलाफ हो गए तो भाजपा पर आरोप लगाकर अपनी नाकामियों को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं।

सतपाल सत्ती ने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री नेता प्रतिपक्ष पर टिप्पणी करते हुए कहते हैं कि जयराम ठाकुर ने कोट सिलवा लिया है। इस पर भाजपा नेता ने कहा कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री बनने के लिए कोट तो मुकेश अग्निहोत्री ने भी कई सिलवाए थे परन्तु सुखविन्द्र सुक्खू ने इनके मनसूबों पर पानी फेर दिया और ऊना जिला के तीन कांग्रेसी विधायक मुकेश अग्निहोत्री को छोड़कर मुख्यमंत्री सुक्खू के पाले में खड़े हो गए। ऊना जिला का एक भी कांग्रेसी विधायक मुकेश अग्निहोत्री के साथ नहीं है और वे स्वयं को प्रदेश का नेता बताते फिरते हैं। उप-मुख्यमंत्री की हालत तो यह है कि कांग्रेस पार्टी का हाईकमान भी उनको को कुछ नहीं समझता। पूरे चुनावो में मेहनत तो इन्होनें की पर हाथ कुछ नहीं लगा। मुकेश अग्निहोत्री तो बेगानी शादी में अब्दुला बनकर घुम रहे हैं।

सतपाल सत्ती ने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री बार-बार विधानसभा चुनावों की बात करते हैं परन्तु उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी लगातार तीसरी बार लोकसभा की चारों सीटें हारी है और भाजपा को 68 विधानसभा क्षेत्रोें में से 61 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त मिली है। मुकेश अग्निहोत्री भी अपनी विधानसभा से कांग्रेस को केवल 1500 वोटों की बढ़त दिला पाए। लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस को चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी तक नहीं मिल रहे थे और यही हाल अभी तीन विधानसभा के उपचुनावों का भी है जहां कांग्रेस पार्टी को प्रत्याशियों के नाम फाइनल करने पर कार्यकर्ताओं में सिर फुट्टवल की नौबत आ गई।

उन्होनें कहा कि हम जानते हैं देहरा विधानसभा में प्रत्याशी न मिलने पर मजबूर होकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री की पत्नी को चुनाव में उतारा और नाम हाईकमान का ले रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि सरकार के पास अपनी कोई उपलब्धि नहीं है जिसके दम पर ये चुनाव लड़ सके। इसलिए इन उपचुनावो में कांग्रेस के नेता केवल और केवल भाजपा नेताओं पर झूठी छींटाकशी कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि सरकार की कितनी लोकप्रियता है। यही हाल नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र का है जहां पर एक ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया गया है जिसके पिताजी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, ओ0पी0 रतन और विजय कुमार जोशी पर तेल छिड़कर कर जिंदा जलाने की कोशिश की थी। कांगे्रस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को हाशिये पर खड़ा कर दिया है अन्यथा क्या वजह थी कि नालागढ़ विधानसभा के लिए परवाणू से कार्यकर्ता लाए, क्या इनके पास नालागढ़ में कोई कार्यकर्ता नहीं था ?
सतपाल सत्ती ने कहा कि इस सरकार की शुरूआत ही झूठी गारंटियों से हुई है।

हर साल एक लाख बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने के नाम पर ठगा, महिलाओं से, किसानो-बागवानो से धोखा किया, सरकारी संस्थान बंद कर दिए, यह सरकार तालाबंदी की सरकार है और डेढ़ साल के कार्यकाल में जनता को बताने के लिए एक भी उपलब्धि इनके पास नहीं है इसलिए आधारहीन बयानबाजी करके अखबारों की सुर्खियों में बना रहना चाहते है लेकिन प्रदेश की जनता इनके मनसूबों को भली प्रकार से समझ चुकी है और तीन उपचुनावों के परिणाम आने के बाद कांग्रेस पार्टी की कलई खुल जाएगी।