मसला पार्किंग का : नाहन मेडिकल कॉलेजे के पास 3 ख़ाली पड़ी साइट, 150 वाहनों की क्षमता और चालान का झंझट खत्म.....

अक्स न्यूज लाइन नाहन 25 अगस्त : अरुण साथी
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रोज़ाना आने वाले सेंकडों रोगियों,उनके परिजनों व कॉलेज स्टाफ के वाहनों को अवैध पार्किंग के नाम पर पुलिस चालान व सैकड़ों रुपये की आर्थिक चपत से बचाने के लिए के आसपास सड़कों के किनारे फिलहाल खाली पड़ी भूमि का प्रयोग किया जा सकता है।
यह सारी व्यवस्था अस्थायी रूप से हो सकती है। आरोप है कि मेडिकल कॉलेज आने वाले लोगों को की बिना चालान काटे पार्किंग सुविधा देने के मामले में सत्ता दल के नेताओं ने मुह मोड़ रखा है। तो मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को यह भी मालूम नही है उसकी जमीन पर कैसे पार्किंग की क्षमता बढ़ाई जा सकती है।अभी तो आलम यह है कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल आने वाले लोग अपने वाहन आसपास की सड़कों पर दाएं. बाएं पार्क कर रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज के आसपास ऐसे 3 बड़े भू खण्ड है जहां आसानी से बिना किसी बडे बजट के अस्थायी पार्किंग बनाई जा सकती है। अगर सत्ता सुख भोग रहे जिले के बड़े नेता जो कॉलेज शिफ्टिंग के लिए जोर मार रहे इस औऱ ध्यान दें तो मेडिकल कॉलेज बाहर ख़ाली पड़ी पर 100.150 वाहन यहां पार्क कराए जा सकते हैं।
एक सर्वे के अनुसार मेडिकल कॉलेज के पास जीएसटी भवन के सामने जहां निर्माण कम्पनी ने मिक्सर प्लांट लगा रखा था। यह जमीन मेडिकल कालेज की है। इस प्लाट को समतल करें, दूसरी साइट ओपीडी की बैक साइड में सडक पर निर्माण कंपनी का बडे हिस्से में बना स्टॉक यार्ड जो चारों तरफ से लोहे की चादरों से बन्द पड़ा है।
ऐसे में जब कंपनी चली गई कालेज निर्माण 3 साल बन्द कर दिया गया है तो फिर अब स्टॉक यार्ड की यहां किस लिए है। कंपनी अपना सारा साजोसामान कब का ले जा चुकी है।
तीसरी साइट वैटनरी अस्पताल के ऊपर सड़क पर डीसी रेजिडेंस से नीचे जहां आधी सड़क पर जीएसटी चौक तक पार्किंग हो रही जहां अक्सर पुलिस अवैध पार्किंग के चालान काटती नजर आती है। अंदर 10- 15 फुट कटिंग करके पार्किंग निकाली जा सकती है। फिर यहां अवैध पार्किंग भी नहीं होगी और सड़क भी खुली रहेगी। जाम भी नही होगा।
शहरवासियों का कहना है कि जब तक यहां मेडिकल कॉलेज चलाना है तब तक पार्किंग की सुविधा देना सरकार की जिम्मेदारी है। कॉलेज की शिफ्टिंग कब होंगी यह न तो सरकार को पता न ही यह मामला सत्ता में बैठे स्थानीय नेताओं के हाथ में है। आरोप है कि मेडिकल कॉलेज आने वालों के लिए सुविधा देने के लिए कॉलेज की आर.के.एस नाकाम रही है।
अभी हाल ही में जिला प्रशासन ने डीसी रेजिडेंस से लेकर वाया गर्ल स्कूल सड़क मार्ग को नो पार्किंग डिक्लेयर कर दिया है यहां स्प्रिंग्स ला दिए गए है। इस सड़क पर जोकि पहले से वन वे है पर होने वाली पार्किंग पर नही होगी।
उधर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डा. एस.एस डोगरा ने पार्किंग की समस्या को लेकर कहा इसके लिए आसपास खाली पड़ी जमीन का प्रयोग पार्किंग के लिए करने के लिए अनुमति बारे विभाग को लिखा जा रहा है।