पांवटा साहिब : आंगनबाड़ी वर्कर्ज हेल्परज यूनियन सीटू की प्रोजेक्ट कमेटी की बैठक सम्पन्न

पांवटा साहिब : आंगनबाड़ी वर्कर्ज हेल्परज यूनियन सीटू की प्रोजेक्ट कमेटी की बैठक सम्पन्न

अक्स न्यूज लाइन पांवटा साहिब 09 फरवरी : 

आंगनवाड़ी वर्कर्ज हेल्परज यूनियन सीटू की प्रोजेक्ट कमेटी पांवटा साहिब की  बैठक इंदु तोमर की अध्यक्षता मे शुक्रवार को हुई। बैठक मे सीटू जिला महासचिव आशीष कुमार  विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में बजट 2024-25 और मोदी राज के पिछले पांच वर्षों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं और योजना कार्यकर्ताओं की पूर्ण उपेक्षा और अपमान का कड़ा विरोध किया है। 

 प्रोजेक्ट पांवटा की अध्यक्षा इंदु तोमर, महासचिव देवकुमारी, माया, रेखा गुलाबी  ने कहा कि प्रोजेक्ट पांवटा 16 फरवरी को अखिल भारतीय हड़ताल में बढ़ चढ़ कर भाग लेगा। प्रोजेक्ट कमेटी सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से 16 फरवरी को आंगनवाड़ी केन्द्रो को बंद करने और  हड़ताल मे शामिल होने का आह्वान किया है। 

सीटू जिला महासचिव आशीष कुमार ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में मोदी-2 सरकार ऐसी *एकमात्र सरकार है जिसने ICDS की स्थापना के बाद से अपने पांच साल के कार्यकाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के पारिश्रमिक में एक बार भी वृद्धि नहीं की है। मानदेय वृद्धि ना करने का एक रिकॉर्ड बनाया है। इसी के साथ कार्यभार में कई गुना वृद्धि की है और वर्कर्स के काम के घंटे कई गुना बढ़ाए हैं।

इंदु तोमर और महासचिव देवकुमारी ने कहा कि  केंद्र सरकार ने  अब बजट में 300 करोड़ रुपये से अधिक की कटौती की गई है। 2023-24 में 21521.13 करोड़ रुपये से अब 21200 करोड़ रुपये हो गया है। इसका मतलब है कि केंद्रीय निधि जारी न होने के कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के वेतन के भुगतान में लगातार देरी, किराया, टीए/डीए, पोषण के लिए धन आदि का कई महीनों तक भुगतान न होना। इसका मतलब है कि अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों के लिए दिन-रात काम करने वाली वर्कर को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद न्यूनतम वेतन के बिना पेंशन या ग्रेच्युटी के नौकरी से बाहर होना पड़ेगा। 

आयुष्मान भारत योजना में आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को शामिल करने की घोषणा हास्यास्पद है क्योंकि उनमें से अधिकांश पहले से ही इस योजना के तहत आच्छादित हैं क्योंकि उनकी आय बहुत कम है। जिला अध्यक्ष इंदु तोमर, महासचिव। देव कुमारी, माया , गुलाबी, रेखा, उमा देवी ने कहा कि बजट  से पता चलता है कि मोदी सरकार  आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के प्रति क्या रवैया है। जिसको यूनियन  कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी। 

यूनियन के  नेतृत्व ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से हड़ताल में शामिल होंगी और आंगनवाड़ी वर्करज और हेल्परज की अनदेखी पर लोकसभा चुनाव में भाजपा को करारा जवाब देने का आहवाहन किया है।