नुक्कड़ नाटकों के जरिए लोगों को दी सरकारी योजनाओं की जानकारी
इस दौरान आरके कलामंच के कलाकारों ने गगरेट अप्पर और डंगोह खुर्द में लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि समाज में छुआछूत की प्रथा को दूर करने के लिए अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के प्रावधानों को प्रभावी तौर पर लागू किया जा रहा है जिसके अन्तर्गत विभाग अन्तर्जातीय विवाह के लिए 50 हज़ार रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। महिलाओं के सशक्तिकरण के दृष्टिगत इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्माननिधि योजना के तहत अभी तक कुल 30,929 महिलाओं को लाभान्वित किया गया है।
पूर्वी कलामंच के कलाकारों ने बटूही व कुरियाला में लोगों को बताया कि प्रदेश सरकार असहाय वृद्धजनों जिनके पास अपना कोई घर नहीं हैै, व जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है, की देखभाल के लिए सरकार/गैर सरकारी संस्थाओं के माध्यम से प्रदेश में 11 वृद्ध आश्रम, 22 डेकेयर सेन्टर और 07 वरिष्ट नागरिक सुविधा केन्द्र चलाए जा रहे हैं। सरकार ने अनुसूचित जाति/ जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग व अल्प संख्यक वर्ग, एकल नारी, विधवा व दिव्यांगजन से सम्बन्धित अभ्यार्थियों को कम्पयूटर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 5 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान किया है।
इसी कड़ी में 20 दिसम्बर को चिंतपूर्णी विस क्षेत्र के गांव लडोली व भवारन कंदरोही जबकि ऊना विस क्षेत्र के गंाव जखेड़ा व हरोली विस क्षेत्र के भदसाली गांव में लोगों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम जागरुक किया जाएगा। इसी अभियान के चौथे दिन सांस्कृतिक कला जत्थों द्वारा 21 दिसम्बर को चिंतपूर्णी विस क्षेत्र के गांव अम्बटिल्ला व चौकी में और हरोली विस के गांव कुंगड़त व खड्ड खास में कार्यक्रम होंगे। 22 दिसम्बर को हरोली विस के गांव सलोह व दुलैहड़ अप्पर, गगरेट विस के गांव पिरथीपुर तथा चिंतपूर्णी के गांव घंघरेट में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जबकि अभियान के छठे और अन्तिम दिन 23 दिसम्बर को कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के गांव पंसाई, बौल, मोहखास व परोइयां में गीत संगीत व नाटकों के माध्यम से लोगों को मनोरंजन के साथ जनहित में संचालित योजनाआंे बारे जानकारी दी जाएगी।