ध्वस्त हो रही कानून व्यवस्था, झूठी गरंटियों, महिलाओं के 1500, युवाओं की नौकरियों, माफिया राज के खालफ भाजपा ने विधानसभा को घेरा....... सोनिया गांधी को भेजो न्यूज, तेरे बल्ब जोगाए फ्यूज के नारे से गूंज उठा चौड़ा मैदान...........

ध्वस्त हो रही कानून व्यवस्था, झूठी गरंटियों, महिलाओं के 1500, युवाओं की नौकरियों, माफिया राज के खालफ भाजपा ने विधानसभा को घेरा.......  सोनिया गांधी को भेजो न्यूज, तेरे बल्ब जोगाए फ्यूज के नारे से गूंज उठा चौड़ा मैदान...........

अक्स न्यूज   लाइन .. शिमला, 25  सितंबर  
 

भाजपा हिमाचल प्रदेश में शिमला मैदान में विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जिसमें भाजपा का शीश नेतृत्व उपस्थित रहा। 
हजार कार्यकराओ के साथ भाजपा ने विधान सभा की तरफ चार्ज किया। 
धरने के अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने की उनके साथ प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, सुरेश कश्यप, सिकंदर कुमार, इंदु गोस्वामी, बिहारी लाल शर्मा, त्रिलोक कपूर, सभी विधायक और प्रदेश पाधिकारी उपस्थित रहे। 

भाजपा नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा चुनाव के समय झूठे वादों और गारंटियों से जनता को गुमराह करके सत्ता में आई कांगे्रस का असली चेहरा 9 महीनों में ही बेनकाब हो गया है। इस सरकार का न तो कोई विजन है और न ही कोई प्राथमिकता। सत्ता के मजे ले रही इस सरकार को जनता की पीड़ा का भी कोई अहसास या परवाह नहीं है। यहां तक कि प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए भी सरकार में कोई तालमेल नजर नहीं आया। मुख्यमंत्री, मंत्री और कांग्रेस नेता अलग-अलग राग अलापते रहे। आपदा पीड़ितों की सही मायनों में मदद करने के बजाए कांग्रेस सरकार का फोकस इस बात पर रहा कि त्रासदी की वजह से राजनीतिक नुकसान से कैसे बचा जाए। कोई भी सरकार देश या प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए बनती है, लेकिन हिमाचल में कांग्रेस की सरकार इस पर्वतीय राज्य को पीछे धकेलने का काम कर रही है। आपदा से उबरने के लिए केंद्र से भरपूर मदद मिलने के बावजूद अहसानफरामोश सत्ता पक्ष केंद्र सरकार पर हिमाचल की अनदेखी के झूठे आरोप लगा रहा है।

शिमला में आक्रोश रैली में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि 9 महीने पहले सत्ता में आई कांग्रेस ने एक भी फैसला जनहित में नहीं लिया। उसने कदम-कदम पर जनविरोधी फैसले लिए। भर्ती परीक्षाओं के रिजल्ट नहीं निकाले जा रहे हैं। कोरोना के समय नियुक्त किए गए लगभग 1800 कर्मचारियों को नौकरी से हटाने के नोटिस जारी हो चुके हैं। इसी तरह पीडब्ल्यूडी और आईपीएच समेत कई अन्य विभागों और संस्थानों से हजारों आउटसोर्स कर्मचारियों को घर भेज दिया गया। इसके चलते प्रदेश में अराजकता का माहौल है। सीमा शुल्क, टोल बैरियरों पर उठ रहे विवादों से प्रदेश के टैक्सी व ट्रक चालकों तथा औद्योगिक घरानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।

बिगड़ती कानून व्यवस्था मौजूदा सरकार की एक बड़ी नाकामी है। प्रदेश में कानून व्यवस्था का पूरी तरह से जनाजा निकल गया है। आलम यह है कि असामाजिक तत्व बेखौफ होकर दिन-दिहाड़े आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, जिससे देवभूमि हिमाचल की छवि दागदार हो रही है। कांग्रेस सरकार के राज में प्रदेश की महिलाओं से हो रही निर्लज्जता और घिनौनी हरकतें प्रदेश को शर्मसार कर रही हैं। इसका एक जीता-जागता उदाहरण मुख्यमंत्री के गृह जिला में भी सामने आया है। कांग्रेस शासनकाल में आए दिन कानून की धज्जियां सरेआम उड़ रही हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के समय लोगों की मांग और जरूरत के आधार पर खोले गए 1000 से अधिक संस्थानों को इस सरकार ने राजनीतिक द्वेष और बदले की भावना से काम करते हुए बिना सोचे-समझे बंद कर दिया। अब उन्हीं को दोबारा खोलने की घोषणा करके यह सरकार अपनी जगहंसाई करवा रही है। हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि लोगों और कर्मचारियों को 9 महीने में ही सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। भाजपा की आक्रोश रैली से पहले से ही सरकार के खिलाफ आए दिन जमकर नारेबाजी हो रही है। सरकार के भेदभावपूर्ण कार्यों, मंहगाई, बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं पर अत्याचार तथा आपदा राहत में बंदरबांट के विरोध और पहली केबिनेट में एक लाख युवाओं को रोजगार देने, महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपये देने, 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने तथा किसानों से गोबर खरीदने जैसे वादों और गारंटियों का स्मरण करवाने के लिए भाजपा ने आक्रोश रैली के माध्यम से सभी वर्गों की आवाज बुलंद की है।

विधानसभा का घेराव करके सरकार की कारगुजारियों का पोस्टमार्टम करके उसकी रिपोर्ट जनता के समक्ष रखी गई है। सरकार को चुनाव में किए गए वादों और गारंटियों का हिसाब जनता को देना ही होगा। भाजपा चुप नहीं बैठेगी। वह सशक्त विपक्ष की भूमिका ईमानदारी से निभाएगी। यदि सरकार ने अपने रवैये में सुधार करने के साथ ही जनता को दी गई गारंटियों को पूरा नहीं किया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा हिमाचल प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने अभी 10 माह का समय पूरा हुआ है और 10 माह के भीतर ही जनता के बीच सरकार के प्रति इतना रोष है। यह रोष शिमला में आए हजारों कार्यकर्ताओं के चेहरों से साफ झलक रहा है और इससे पता चलता है कि कांग्रेस की सरकार अब जल्द ही सत्ता से दूर होने वाली है। कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले कहा था कि जैसे ही वह सत्ता में आएंगे तो प्रदेश की 22 लाख बहनों को हर महीने 1500 रुपए की राशि जारी की जाएगी। 

वही डॉक्टर राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कहा था कि पहली ही कैबिनेट में प्रदेश में 1 लाख युवाओं को नौकरी दी जाएगी। लेकिन आज कई कैबिनेट की बैठक हो गई और युवा आज भी बेरोजगार सड़कों पर घूम रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस सरकार ने युवाओं के साथ ठगी की ओर रोजगार के नाम पर उनका शोषण भी किया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में अब कानून व्यवस्था भी बुरी तरह से चरमरा गई है। बीते महीनों चंबा में एक दलित युवक की हत्या कर दी गई और उसके टुकड़े कर खड्ड में फेंक दिए गए। लेकिन कांग्रेस सरकार के मुखिया सुखविंदर सिंह आज तक उस पीड़ित परिवार से मिलने के लिए चंबा भी नहीं पहुंचे हैं। हिमाचल प्रदेश में आज ऐसा कोई भी जिला नहीं है। जहां पर महिलाओं के साथ अपराध के मामले ना बढ़े हो। इससे बड़ी शर्मनाक बात कांग्रेस सरकार के लिए और क्या हो सकती है कि वह प्रदेश में मातृ शक्ति को भी सुरक्षा प्रदान नहीं करवा पा रहे हैं।

डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने मणिपुर मामले में तो खूब शोर मचाया। लेकिन उनके अपने गृह जिला में ही एक महिला के बाल काटे गए और उसका मुंह काला कर उसे पूरे इलाके में घुमाया गया। इससे बड़ी शर्मनाक घटना और क्या हो सकती है। अब तो उनका गृह जिला हमीरपुर ही मणिपुर बन गया। ऐसे में सरकार के द्वारा क्या कार्रवाई की गई। ताकि प्रदेश में माताएं बहने सुरक्षित रह सके।
 

डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार ने डीजल के दाम 7 रुपए घटाए थे। लेकिन कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही डीजल के दाम बढ़ा दिए। आज प्रदेश के डिपो में गरीबों को राशन महंगा मिल रहा है और बिजली के दाम में भी अब बढ़ोतरी कर दी गई है। कांग्रेस सरकार अब हर चीज पर टैक्स लग रही है और आने वाले समय में नारे लगाने पर भी कांग्रेस की सरकार टैक्स लगा सकती है। पीने के पानी पर भी सरकार टैक्स लगा सकती है। 

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जब प्राकृतिक आपदा आई तो उस दौरान भी सरकार से ज्यादा काम भाजपा के द्वारा किया गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा कुल्लू, मंडी, शिमला का दौरा कर पीड़ितों का दुख दर्द बांटते रहे और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी तुरंत राहत राशि जारी कर विकास कार्य में अपना सबसे अहम योगदान दिया है। ऐसे में अब कांग्रेस सरकार अपनी नाकामियों का ठीकरा भाजपा पर फोड़ रही है। 
हिमाचल भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने प्रदेश सरकार के कार्यों की जमकर भर्त्सना की और प्रदेश की जनता के ऊपर थोपे जा रहे अनर्गल फैसलों पर बाज़ आने की सलाह दी उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश की महिलाओं को "नारी शक्ति वंदन" सम्मान देकर सँवारा है वहीं हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने प्रदेश की महिलाओं से किये गए वादे को नकारा है । उन्होंने कहा कि जनता से ठगी कर सरकार बनाना प्रदेश के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण क्षण था । प्रदेश प्रभारी ने कहा कि सत्ता की लोभी कांग्रेस ने हर बार जनता को लुभावने प्रलोभन देकर गुमराह किया है जिसके लिए प्रदेश की जनता कांग्रेस को कभी माफ नही करेगी। 

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा संस्थानों का क्या कसूर कांग्रेस पार्टी का दस्तूर, प्रदेश में आउटसोर्स, अनुबन्ध व कई विभागों में सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। मॉनसून सत्र के आरम्भ होते ही घेराव, हल्ला बोल, आंदोलन, धरने प्रदर्शन का दौर विभिन राजनीतिक दल, कर्मचारी, विद्यार्थी व संगठन द्वारा लगातार जारी है जो सरकार की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा करता है। युवाओं को रोजगार के नाम पर झूठे प्रलोभन देकर ठगा गया है । सत्ता में आते ही सरकार के मंसूबे हज़ारों संस्थानों पर ताले जड़ कर डी-नोटिफाई करना द्वेष की राजनीति को जन्म देती है।

भाजपा की प्रदेश रश्मिघर सूद ने कहा गारंटीयों के मायाजाल में हिमाचल की जनता को गुमराह कर सत्ता में आयी कांग्रेस सरकार से उपाध्यक्ष व महिला नेत्री रशिम धर सूद ने कहा कि बहुत हो चूका अब इंतजार अब बहाल करो हमारा अधिकार. उन्होंने सुखू सरकार को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस के जनविरोधी निर्णयों ने प्रदेश की जनता को मंहगाई के बोझ तले दबाया है जिसके लिए जनता में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता छीनने के लिए महिलाओं से जो वायदे किये थे उस पर भी खरा नहीं उतर पाई है ।