अक्स न्यूज लाइन शिमला 10 दिसंबर ;
, भाजपा प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ने कहा जनाक्रोश रैली का मुख्य उद्देश्य जिस तरीके से सुक्खू की सरकार ने अपना फैसला किया कि हम दो साल का कार्यकाल मनाने के लिए कार्यक्रम रख रहे और उस कार्यक्रम में करोड़ों रुपए खर्चे करने जा रहे है और प्रदेश में छोटे-छोटे जो काम है उन कामों के लिए वह बोलते हैं कि हमारे पास पैसे नहीं है। जिस तरीके से उन्होंने 1500 रु हमारी बहने वह अपना पर्स खोल खोल के दिखा रही हैं लेकिन उनको 1500 नहीं मिले और उससे भी आगे बढ़कर लोकसभा के चुनाव में उन्होंने बड़ा पैसा देने का एक और वायदा किया था, लोगों से साइन भी कराए जैसे ही कोई चुनाव आता है तो इनका यह 1500 रु का ड्रामा फिर शुरू हो जाता है। लेकिन आज जनता जो है यह सब समझ गई है, यह उसी तरीके से है जैसे थोथा चना बाजे घना और यह थोथा चना कितनी बार इसी तरीके से दिखाई जाएंगे आज जनता को समझ आ गया है कि यह बारबार यह जो डफली है वो बजने वाली नहीं है और इसके साथ ही साथ इन्होंने कितनी तरह के लोगों को प्रलोभन दिए। मैं हैरान होता हूं कि इसके ऊपर कांग्रेस की सरकार को एक वाइट पेपर निकालना चाहिए वो बताए कि कितने लोगों को उन्होंने जो यहां रोजगार दिया और कितने लोगों का रोजगार छीना। आज जनता ही सिर्फ सड़कों पर नहीं है, आज जनता को अपना जो वेतन लेने के लिए भी अपनी पेंशन लेने के लिए भी उनको सड़कों पर आना पड़ता है। ऐसे हालात हिमाचल के मैंने जीवन में कभी नहीं देखे, जो एक फला फुला प्रदेश उसको कंगाल बनाकर रख दिया है। इस सुक्खू की सरकार ने देश के अंदर यह पहली बार किया होगा कि किसी कोर्ट ने ऑर्डर किया होगा कि किसी प्रदेश का हिमाचल भवन यानी हिमाचल भवन को कुर्की के ऑर्डर कर दिए। यह उनके लिए शर्म आने की बात है, सरकार के लिए शर्म से डूब मरने वाली बात है। सरकार के लिए इन होटलों को बंद करने का आदेश दिया गया वो क्यों दिया गया क्योंकि उनके पास चलाने के पैसे नहीं है, क्योंकि उनके पास ऐसा फाइनेंस नहीं है और आप देखेंगे कि जैसे गारंटी की बात हमारे सब मेरे से पहले बोलने वाले वक्ताओं ने भी और आप यह सारे प्ले कार्ड में भी आपने लिखा हुआ है।