भूकंपरोधी भवन निर्माण पर पांच दिवसीय जागरूकता अभियान सफलतापूर्वक संपन्न
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त जतिन लाल ने इस अभियान के सफल समापन पर जानकारी देते हुए बताया कि पांच दिवसीय अभियान में जिला के सभी उपमंडलों में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि भूकंपरोधी भवन निर्माण के लिए प्रयोग की जाने वाली तकनीकों, उचित गुणवत्ता वाली सामग्री और निर्माण के समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में लोगों को विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण में सही तकनीक और सावधानियों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि किसी भी आपदा के समय होने वाले संभावित नुकसान को कम किया जा सके।
उपायुक्त ने जिला वासियों से अपील करते हुए कहा कि भवन निर्माण या किसी भी प्रकार के संरचनात्मक बदलाव से पहले विशेषज्ञ अभियंता से परामर्श अवश्य लें। इससे न केवल भवनों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान क्षति को कम किया जा सकेगा। इसके अलावा, उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की महत्ता पर भी जोर देते हुए लोगों से अधिक से अधिक पौधे लगाने का आह्वान किया, ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे और स्वच्छ वातावरण में लोग रह सकें।
7 से 11 अक्तूबर तक चले इस अभियान के दौरान सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से संबद्ध नाट्य दलों ने ऊना जिले के पांचों उपमंडलों में 2-2 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए । इनमें नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों तक जागरूकता संदेश पहुंचाया गया। अंतिम दिन आरके कला मंच के कलाकारों ने अंब उपमंडल के तहत बस अड्डा चिंतपूर्णी और पंजोआ में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए। इसके माध्यम से ग्रामीणों को भूकंपरोधी भवन निर्माण से जुड़ी जरूरी जानकारी दी गई।
इससे पहले, आरके कला मंच ने बंगाणा उपमंडल, पूर्वी कला मंच के कलाकारों ने ऊना और हरोली उपमंडल तथा सुरभि कला मंच के कलाकारों ने गगरेट उपमंडल में नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया।
अभियान में शामिल सभी कलाकारों और विभागों की सराहना करते हुए उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम भविष्य में भी निरंतर आयोजित किए जाएंगे, ताकि आपदा प्रबंधन के प्रति लोगों की जागरूकता और तैयारी बनी रहे।