अक्स न्यूज लाइन मंडी 12 मई :
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का कहना है कि आपदा के समय केंद्र सरकार ने हिमाचल की सुक्खू सरकार को हज़ारों करोड़ की मदद आपदा प्रभावितों के लिए दी थी। जिनका घर, पशुशाला, बाग-बगीचे और खेत खलिहान बह गए उनके लिए दिया था। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के लिए नहीं। आज असली आपदा प्रभावित पटवारी का इंतज़ार कर रहे हैं। जबकि कांग्रेस के नेताओं के लेटर पैड पर काम करने वालों को बिना एक डंगा गिरे भी लाखों रुपये मिल गए। आपदा में इस तरह के कृत्य करने वालों को न तो लोग माफ़ करेंगे और न ही भगवान माफ़ करेंगे। नेता प्रतिपक्ष बंज़ार विधान सभा क्षेत्र के दयार में जन सभा को संबोधित कर रहे थे। इस मौक़े पर उनके साथ कंगना रनौत, बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी समेत स्थानीय नेता पदाधिकारी कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद रहे। उन्होंने कंगना को भारी से भारी मतों से जिताने का निवेदन किया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चालीस का आँकड़ा भी नहीं छू पाएगी। देश नरेंद्र मोदी को चार सौ सीटों के साथ तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने जा रहा है। जिसमें हिमाचल भी चार की चार सीटों का सहयोग देने जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब मजबूत नेतृत्व देश को मिला तो राम जन्मभूमि का शिलापूजन से लेकर अयोध्या में भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा, तीन तलाक खत्म, जम्मू कश्मीर से धारा 370 खत्म और महिलाओं को संसद और विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण मिला जबकि कांग्रेस जब इतने वर्षों तक सत्ता में रही तो देश ने गरीबी, भुखमरी और भ्रष्टाचार ही देखा। आज देश एक मजबूत नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। विपक्ष का नेता होने के कारण सरकार की कमियां गिनाना मेरा धर्म है। लेकिन मुख्यमंत्री मेरी बातों से असहज हो उठते हैं। इन 15 महीनों में मैंने उन्हें रोते ही देखा है। पहली बार ऐसी सरकार आई है कि जिसे संस्थान बंद करने में मज़ा आता है। अब कांग्रेस को प्रदेश की जनता भी ताला लगाने रही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सीएम रहते जिन्होंने मात्र एक वर्ष में प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करके विकास कार्यों को गति दे दी थी लेकिन कांग्रेस के सीएम को अब चुनावों में प्रदेश की याद आ रही है।
उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जब वह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तो अपने कार्यकाल में प्रदेश में रिकार्ड स्तर पर सड़कों का निर्माण करवाया। प्रदेश के कोने-कोने तक न सिर्फ सड़कें पहुंचाई बल्कि उन सड़कों का सही ढंग से रखरखाव भी किया। लेकिन बड़ी-बड़ी बातें करने वाले विक्रमादित्य इतने बड़े ओहदे पर होने के बाद भी पिछली बरसात का मलवा भी नहीं उठवा पाए हैं। ऐसे में उनसे किसी भी प्रकार के विकास की बात करना बेईमानी है। वह उस मुख्यमंत्री के नाम पर वोट माँग रहे हैं जिसके कामों को उन्होंने एक महीनें पहले ही नकार दिया था और रोते हुए प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा था कि जिनके नाम पर कांग्रेस ने हिमाचल में सरकार बनाई उस नेता के लिए शिमला के रिज में दो गज जमीन भी नहीं मिली। विक्रमादित्य आजकल मंडी के विकास के लिए अपना विजन बता रहे हैं। जब उनके पास मौक़ा था तो उन्होंने कोई काम क्यों नहीं किया। मण्डी के लोग यह जानना चाहते हैं।