झुग्गियों में अग्निसुरक्षा एवं कानूनी अनुपालना पर कार्यशाला आयोजित
इस दौरान एसडीएम ने कहा कि आपदा एक अचानक से होने वाली घटना है इसे रोका तो नहीं जा सकता है, परन्तु पूर्व तैयारी एवं समझदारी से हम होने वाले नुक्सान को कम कर सकते हैं। कार्यशाला में मौजूद रहे सभी प्रतिभागियों को अग्निसुरक्षा के नियमों एवं आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 के अनुसार नियमों की अनुपालना करने के निर्देश दिए।
पंचायतों में लगेंगे अग्निसुरक्षा जागरूकता शिविर
राजीव ठाकुर ने कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों को जल्द से जल्द संबंधित सभी पंचायतों में अग्निसुरक्षा पर पंचायत प्रधान, वार्ड पंच एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा प्रशिक्षित युवा स्वयंसेवियों एवं आपदा मित्र स्वयसेवियों की सहायता से जागरूकता शिविर का आयोजन निर्देश दिए। कार्यशाला में पिछले वर्षों के दौरान हुई झुगियों में आगजनी की घटनाओं में हुए नुकसान एवं झुंगियों में भयानक अग्निकांड के मामला अध्ययन पर भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि सभी पटवारी एवं पंचायत सचिव इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि सरकारी भूमि पर झुंगियां न बने तथा निजी जमीन पर बनाई गई झुंगियां आपदा प्रबंधन एक्ट के सुरक्षा नियमों के अनुसार ही बनी हो तथा उनमें लगभग तीन मीटर की दूरी होनी चाहिए। यह पेट्रोल पम्प एवं संवेदनशील जगह से दूर होने चाहिए।
इस अवसर पर जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय ऊना से प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण समन्वयक सुमन चाहल, तहसीलदार हरोली जैमल सिंह, खंड विकास अधिकारी विरेंदर कुमार, नायब तहसीलदार ईसपर विजय शर्मा, नायब तहसीलदार दुलैहड़ राज कुमार, अग्निशमन विभाग से सुनील दत्त, उपमंडल कानूनगो सुरज शर्मा, रिया शर्मा सुपरवाइजर जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय ऊना तथा आपदा मित्र जगदीप सिंह (पंचायत भदसाली ) उपस्थित रहे।