कांग्रेस को झटका, सोलन डिप्टी मेयर पद हाथ से निकला बिंदल की कूटनीति आई काम
अक्स न्यूज लाइन .. शिमला, 07 दिसम्बर
भारतीय जनता पार्टी ने सोलन नगर निगम चुनाव में डिप्टी मेयर का अहम पद जीत लिया है। मीरा आनंद बनी डिप्टी मेयर।
कांग्रेस में इस प्रकार की स्थिति है जिस प्रकार से कांग्रेस में मार काट हो रही है। भारतीय जनता पार्टी ने डिप्टी मेयर की सीट जीत कर दिखा दिया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल की कूटनीति के आगे कांग्रेस की एक नहीं चली। इस चावन में 17 वोटो में से 12 वोट भाजपा के डेप्युटी मेयर के उम्मीदवार को प्राप्त हुए।
कांग्रेस ने इसी नगर निगम के लिए विधायक को वोट डालने की शक्तियां दी थी, पर वो वोट भी कांग्रेस के काम नहीं आया।
कांग्रेस ने इस चुनावी रण में ना ना प्रकार के छल कपट किए, पर किसी भी प्रकार का छल कपट नहीं चल पाया। भाजपा का एक पार्षद तो राजस्थान अपनी पोती की शादी के सम्हारो में गया उसके बावजूद भाजपा ने डिप्टी मेयर का पद जीत लिया।
पहले चुनाव की तिथि 4 दिसंबर रखी गई, उसके बाद 5 दिसंबर का निर्णय लिया गया और उसको रणनीति के तहत 7 दिसंबर कर दिया गया। 7 दिसंबर इसलिए क्योंकि वहां के एक पार्षद की पोती की शादी उसी दिन थी। इसके पीछे कांग्रेस की मंशा साफ थी कि भाजपा का पार्षद वोट ना डाल सके।
प्रदेश उपाध्यक्ष और नगर निगम सोलन के प्रिवेक्षक संजीव कटवाल ने कहा को यह चुनावी हार कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है, कांग्रेस ने कभी सपने में नहीं सोचा था कि इस प्रकार से सोलन में डिप्टी मेयर के पद पर उनको हार देखनी पड़ेगी। सत्ता में बैठने के बावजूद और सभी हथकंडों को अपनाने के बाद भी कांग्रेस पार्टी इस पद को नहीं बचा पाई इससे साफ प्रतीत होता है कि कांग्रेस की अंतरकल्हा अब बाहर आ गई है।
इस मौके पर भाजपा प्रवक्ता विवेक शर्मा ने कहा कि कांग्रेस चाहे जितना मर्जी दम लगा ले पर उनकी किसी भी प्रकार की छल कपट की राजनीति नहीं चलेगी। कांग्रेस पार्टी के दो मंत्री बाहर से आए और एक मंत्री स्वयं इसी शहर से था पर उनकी नीति इन चावन में फेल हो गई।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा की यह जीत ऐतिहासिक है जब कांग्रेस के एक धड़े ने स्वयं ही भारतीय जनता पार्टी को वोट डाल दिया इससे साफ दिखता है कि कांग्रेस के पार्षदों को भी भारतीय जनता पार्टी की नीतियों में विश्वास है।