हमीरपुर के नए उपायुक्त अमरजीत सिंह ने संभाला कार्यभार, निवर्तमान उपायुक्त हेमराज बैरवा ने सौंपा कार्यभार
कार्यभार संभालने से पहले अमरजीत सिंह ने सुबह उपायुक्त कार्यालय परिसर में स्थित सभी शाखाओं एवं कार्यालयों का निरीक्षण किया। उन्होंने एक-एक कार्यालय एवं शाखा में जाकर अधिकारियों-कर्मचारियों से आवश्यक जानकारी ली।
हमीरपुर मंे उपायुक्त का कार्यभार संभालने से पहले अमरजीत सिंह प्रदेश के विभिन्न जिलों और राज्य सचिवालय शिमला में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। प्रशासनिक अधिकारी के रूप में उनका बहुत लंबा अनुभव रहा है।
उन्होंने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के रूप में कांगड़ा जिले के रैत में सहायक आयुक्त एवं बीडीओ के पद से अपना सेवाकाल आरंभ किया था। इसके बाद वह चंबा जिले के तीसा में लगभग 3 साल एसडीएम रहे और उसके पश्चात रोहड़ू में भी लगभग साढे चार साल तक एसडीएम के रूप में सराहनीय सेवाएं दीं। सिरमौर जिले के पांवटा साहिब और किन्नौर जिले के पूह में भी वह एसडीएम के रूप में तैनात रहे।
ग्रामीण विकास विभाग में लगभग ढाई साल और कार्मिक विभाग में डेढ़ वर्ष तक कार्य करने के बाद वह नगर निगम शिमला के आयुक्त भी रहे। अमरजीत सिंह एचपीपीसीएल और हिमाचल प्रदेश विद्युत नियामक आयोग में भी कार्य कर चुके हैं। युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के निदेशक के अलावा वित्त विभाग और स्वास्थ्य विभाग में भी उनका सराहनीय सेवाकाल रहा है। हमीरपुर के उपायुक्त पद पर स्थानांतरण से पहले उन्होंने कार्मिक विभाग में 8 वर्ष से अधिक समय तक अपनी सेवाएं दी हैं।
कार्यभार संभालने से पहले पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार ने उन्हें हमीरपुर जैैसे महत्वपूर्ण जिले की जिम्मेवारी सौंपी है। यह जिला विकास के विभिन्न मानकों में अग्रणी रहा है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन तथा सभी के सहयोग से वह जिला हमीरपुर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचाने के लिए वह विभागीय अधिकारियों से ताजा स्थिति की जानकारी लेंगे और आवश्यकतानुसार कदम उठाएंगे।
उपायुक्त ने कहा कि हमीरपुर में लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग और अन्य विभागों के जोनल स्तर के कार्यालय भी हैं। वह इन विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करके जिला के लिए बड़ी परियोजनाओं की रूपरेखा भी तय करेंगे। आम लोगों की सुविधा के लिए विभिन्न सेवाओं के आधुनिकीकरण एवं डिजिटाइजेशन पर भी जोर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिला हमीरपुर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बालक नाथ मंदिर और इससे संबंधित विभिन्न सुविधाओं में सुधार की दिशा में भी कार्य किया जाएगा। उपायुक्त ने अन्य प्राथमिकताओं को लेकर भी व्यापक चर्चा की। इस अवसर पर एडीसी मनेश यादव, डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कालेज हमीरपुर के अतिरिक्त निदेशक जितेंद्र सांजटा, एसडीएम मनीष कुमार सोनी, सहायक आयुक्त पवन कुमार शर्मा, जिला राजस्व अधिकारी जसपाल सिंह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी विनोद गर्ग और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।