12 महीनों में इस सरकार ने 12 जनविरोधी निर्णय लेकर हिमाचल की जनता को प्रताड़ित करने का काम किया : रणधीर

12 महीनों में इस सरकार ने 12 जनविरोधी निर्णय लेकर हिमाचल की जनता को प्रताड़ित करने का काम किया : रणधीर


क्रसना लैब के माध्यम से 56 प्रकार के टेस्ट हिमाचल प्रदेश में फ्री होते हैं : राजीव

अक़्स न्यूज लाइन,शिमला --11 जनवरी
 

प्रदेश में इस समय नया दौर नहीं कुप्रबंधन का दौर चला  है और प्रदेश सरकार को आम आदमी के हितों की चिंता नहीं है।भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ राजीव सहजल ने मीडिया में जारी ब्यान में कहा  कि क्रसना लैब जो कि मेडिकल क्षेत्र में प्रदेश में अपनी सेवाएं दी रहे थे। हिमाचल प्रदेश सरकार ने कॉन्ट्रेक्ट टेंडर प्रक्रिया के द्वारा 2021 में कार्य करना प्रारम्भ किया था । क्रसना लैब पूरे प्रदेश के अंदर सभी मुख्य अस्पतालों को अधिकृत किया गया था। आम आदमी के सभी टेस्ट करने का और इसमें छोटी इन्वेस्टिगेशन से लेकर के हाई एंड इन्वेस्टिगेशन में जैसे सीटी स्कैन तक का सारा कार्य क्रसना लैब को दिया गया था। परन्तु आज एक बड़ी

दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति हिमाचल प्रदेश के अंदर खड़ी हो गयी है कि जो पैसा क्रसना लैब को मिल रहा था वो पैसा तकरीबन 54 करोड़ रूपये देय हैं और बार-बार कंपनी के नोटिस दिए जाने के बावजूद यह पैसा प्रदेश सरकार ने इस लैब को प्रोवाइड नहीं किया है। जिसके चलते एक कड़वा फैसला लैब ने किया हैं। क्रसना लैब के माध्यम से 56 प्रकार के टेस्ट हिमाचल प्रदेश में फ्री होते हैं। यह व्यवस्था भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सन् 2018 में जनहित में की थी ।

परन्तु आज  यह सब टेस्ट करवाने के लिए आम आदमी को निजी लैब का रुख करना पड़ रहा है। निजी लैब के बाहर लोगों की कतारें लगी हुई हैं और महंगे दरों के ऊपर लोगों को यह टेस्ट करवाने पड़ रहें। उन्होनें कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति हैं। पिछले पांच वर्ष जयराम ठाकुर की सरकार इस प्रदेश में रहीं और जहां  56 प्रकार के टेस्ट फ्री, दवाइयां फ्री और जो हाइअर इन्वेस्टिगेशन्स है जैसे डाइग्नोस्टिक इन्वेस्टिगेशन, सीटी स्कैन, एक्सरे भी फ्री था, सीटी स्कैन इन्वेस्टिगेशन उसमें भी 20-30 प्रतिशत मार्केट रेट से कम पर करवाने का प्रावधान वो हमारी सरकार ने किया था और पूरे पांच वर्ष में 1 दिन भी कोई ऐसा समय नहीं आया हो कि जब किसी एक भी व्यक्ति को हिमाचल प्रदेश में किसी प्राइवेट लैब से टेस्ट करवाना पड़ा हो परन्तु आज स्थितियां विपरीत है।

डॉ राजीव सहजल ने कहा कि वर्तमान में सरकार की स्थिति बहुत खराब है, संसाधन विहीन सरकार है। उन्होनें वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार गरीब हितैषी सरकार नहीं है। झूठे वादे और झूठी गांरटी देकर सत्ता में आई सरकार है और हिमाचल प्रदेश के वासियों की किसी भी प्रकार से चिंता इस सरकार को नहीं हैं। मात्र सत्ता प्राप्त करने के लिए छलावा कर झूठे वादे कर आज गरीब जनता को खून के आंसू रुला रही है।

भाजपा मीडिया विभाग प्रभारी रणधीर शर्मा ने कहा कि वर्तमान हिमाचल सरकार लगातार हिमाचल प्रदेश की जनता को तंग व परेशान करने का काम कर रही हैं। इन 12 महीनों में इस सरकार ने 12 जनविरोधी निर्णय लेकर हिमाचल की जनता को प्रताड़ित करने का काम किया हैं और अभी इन निर्णयों की एक कड़ी में एक बहुत बड़ी सुविधा हिमाचल प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से मुफ्त में टेस्ट करवाने की पिछली सरकार ने दी थी कृष्णा लैब के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के सभी हॉस्पिटल्स में मरीज अपना टेस्ट मुक्त करवा सकते थे और उन टेस्टों का खर्चा सरकार वहन करती थी, परंतु जब से यह सरकार आई है इस लैब को इस सरकार ने पैसा देना बंद किया और धीरे-धीरे ये राशि बढ़ती गई और अब हिमाचल प्रदेश में लगभग 50 करोड़ रूपये की देनदारी करसना लैब की हो गई है, जिससे मजबूर होकर उन्होंने 2 दिन पहले से टेस्ट करने बंद कर दिए। जिससे हिमाचल प्रदेश की जनता बहुत ही परेशान हो रहे।

उन्होनें कहा कि जो सरकारी हॉस्पिटल्स में सरकारी लैब्स के  अंतर्गत जो टेस्ट होते हैं उन लेबोरेटरीस़ में जो सामान प्रयोग में आता है उसका खर्चा सरकार वहन करती है वो खर्चा भी सरकार नहीं दे रही हैं। जिसके कारण हालात ऐसे बन गए हैं कि सरकारी लैब में भी मरीजों के टेस्ट नहीं हो पा रहे हैं। यह स्थिति आज हिमाचल प्रदेश में खड़ी हुई है। जिसके लिए हम वर्तमान कांग्रेस सरकार की कड़ी निंदा करते हैं और उनसे मांग करते हैं की जो टेस्ट की सुविधा पिछली सरकार ने जनता को दी थी, उस सुविधा को बहाल करें। जो करसना लैब्स की देनदारी है उसको अदा करके फ्री टेस्ट की सुविधाएं मरीजों को तुरंत मुहैया कराएं। यह मांग आज भारतीय जनता पार्टी करती हैं।