अक्स न्यूज लाइन सोलन 5 नवंबर :
भाजपा प्रवक्ता विवेक शर्मा ने सरकार की गारंटी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, देवों के देव महादेव के चरण स्थल देवभूमि हिमाचल की जनता को कांग्रेस की गारंटीयो ने ऐसा ठगा जैसे कि महादेव के भोलेपन को भस्मासुर ने ठगा था । ऐसा अभय दान मांगा लिया था कि महादेव को ही भस्म करने का प्रयास करने लगा था। कुछ ऐसा ही प्रयास प्रदेश की जनता के साथ कांग्रेस के हाथ की वास्तविकता कर रही है। प्रतिवर्ष एक लाख रोजगार, OPs, का वादा, महिलाओं को आर्थिक सशक्त करने का इरादा, जिस पर हाथ पड़ता है। वही व्यवस्था भस्म हो जाती है। रोजगार की तलाश में बढ़ती उम्र के साथ रिजल्ट के इंतजार में युवा डेढ़ वर्ष तक हमीरपुर चयन आयोग के पुनर्गठन का इंतजार करते रहे। गठन होते ही युवाओं के सर पर हाथ दिया व 170000 पदों को भस्म कर दिया ।अब पुनः प्रजनन करेगी कांग्रेस।
दृष्टिहीनों को सड़क पर खड़ा कर दिया,वन विभाग का इंजीनियरिंग विभाग ही समाप्त कर दिया। बिजली विभाग के 81 चालकों को निकालने का फतवा जारी कर दिया। विभाग के 51 पदों को ही समाप्त कर दीया। हिमाचल विश्वविद्यालय के 300 कर्मचारियों को नवंबर माह के अंत तक कोई अन्य रोजगार देखना होगा। गत वित्तीय वर्ष में लगभग 10000 से अधिक आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा चुकी व्यवस्था परिवर्तन सरकार 1200 से अधिक संस्थान बंद कर चुकी है ।सरकार ने जिसके ऊपर हाथ रखा वही भस्म हो गया। महादेव के अनन्य भक्त बिजली विभाग को भस्म करने का पूर्ण प्रयास जारी है।
NPs को OPs में ऐसा परिवर्तित करने का प्रयास किया कि वह CPS "कन्फ्यूज्ड पेंशन स्कीम" बनकर रह गई। प्रदेश के सेवानिवृत कर्मचारियों में 9500 कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के पश्चात व्यवस्था परिवर्तन के अतिरिक्त कुछ भी हाथ नहीं लगा
ऐसा हाथ कांग्रेस ने इनके ऊपर रखा। 22 लाख महिलाओं को प्यारी बहना का आशीर्वाद मिलना था जो 28294 बहने ही प्राप्त कर पाई उनकी भी शिनाख्त अब पंचायत स्तर पर हो रही है। कोई पता नहीं कितनों के सर पर फिर कांग्रेस का हाथ आएगा। लेकिन ₹1500 शहरी क्षेत्र में घर के जल का बिल अवश्य आएगा। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में 166 करोड़ रूपया ही लेप्स हो गया, 1785 करोड़ रू आपदा राहत का भी लेप्स हो गया। जबकि कांग्रेस राज परिवार की खड़ाऊ लिए बैठे खड़गे साहब "कांग्रेस अध्यक्ष" की नसीहत को भी फजीहत में बदलने का प्रयास ,हिमाचल की व्यवस्था परिवर्तन, परिवर्तित कर रहा है। बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे मियां सुभान अल्लाह श्री मुकेश अग्निहोत्री ने तो अपनी असफल गारंटीयों को सरकारी दस्तावेज करार दे दिया है। चुनाव से पूर्व भाजपा के पेट में दर्द बताने वाले उपमुख्यमंत्री को अब (दम पीड़ा उठया जी दम पीड़ा उठया) की स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है। इन सरकारी व्यवस्थाओं को भस्म करना सरकार की योजना और व्यवस्था का हिस्सा हो गया है। कांग्रेस में कौन किसके सर पर पहले हाथ रखता है यह देखना बाकी रह गया है।