हिमाचली इन बैंगलोर समुदाय ने आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल केंद्र बेंगलुरु में हिमाचली धाम का किया आयोजन

हिमाचली इन बैंगलोर समुदाय ने आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल केंद्र बेंगलुरु में हिमाचली धाम का किया आयोजन

अक्स न्यूज लाइन शिमला 18 जनवरी :   
आर्ट्स ऑफ़ लिविंग बैंगलुरु में   ध्यान शिवर  के लिए   हिमाचल प्रदेश से आये साधकों और बेंगलुरु में रहने बाले हिमाचलियों ने इकट्ठे होकर आर्ट्स ऑफ़ लिविंग के अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र बेंगलुरु में हिमाचली धाम का आयोजन किया और हिमाचली नाटी प्रस्तुत की /

 हिमाचली इन बैंगलोर समुदाय ने आर्ट ऑफ लिविंग    इंटरनेशनल सेंटर बेंगलुरु में लोहड़ी उत्सव मनाया। यह आर्ट ऑफ लिविंग बेंगलुरु का कार्यक्रम था जहां हिमाचली इन बैंगलोर समुदाय को इस कार्यक्रम में शामिल होने और एक साथ जश्न मनाने के लिए आमंत्रित किया गया था।

विभिन्न  राज्यों (हिमाचल, पंजाब,मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश) के लोगों को ध्यान शिविर के प्रोग्राम के लिए आर्ट ऑफ लिविंग की तरफ से आमंत्रित किया गया था और सभी प्रत्याशियों ने लोहड़ी का त्योहार एक साथ हिमाचली इन बैंगलोर समुदाय के साथ मनाया !आर्ट ऑफ लिविंग बैंगलोर में सेवा कर रहे हिमाचल की एक टीम ने हिमाचली इन बैंगलोर समुदाय  के लगभग 350 लोगों के साथ-साथ ध्यान शिविर करने बैंगलोर आए लगभग 350 हिमाचली लोगों का स्वागत किया।

दिन की शुरुआत केंद्र में सात्विक नाश्ते के साथ हुई और फिर सभी मेहमानों (हिमाचली इन बैंगलोर समुदाय) को परिसर के दौरे पर ले जाया गया जहां उन्हें शांत मन और जीवन जीने की शैली के बारे में बताया गया। अतिथियों ने गौशाला, गुरुकुल, शिव मंदिर एवं मुख्य ध्यान केन्द्र का भ्रमण किया। सभी मेहमानों के साथ केंद्र में रहने वाले सेवकों ने  हिमाचली धाम के स्वाद का आनंद लिया। लोगों ने आपस में चर्चा के अवसर का भी उपयोग किया और गुणवत्तापूर्ण एक अच्छा समय बिताया।

 सत्संग के बाद अलाव जलाया गया और सभी को तिलचोली वितरित की गई...वहां मौजूद सभी लोगों ने हिमाचली गानो के साथ नृत्य और नाटी का भरपूर आनंद लिया।  इतना  सफल भव्य आयोजन  और एक अच्छा आतिथ्य दिखाने और आमंत्रित करने के लिए हिमाचली इन बैंगलोर समुदाय ने  आर्ट ऑफ लिविंग बैंगलोर की पूरी टीम को धन्यवाद दिया। यहां के सभी  आयोजकों ने कहा कि वे भविष्य में हिमाचली जड़ों और इसकी संस्कृति को एकजुट करने के लिए इस तरह के आयोजन करने के लिए और अधिक बढ़ावा दिया जायेगा।