चुनावी नतीजो के बाद कांग्रेस के शहज़ादे चले जाएंगे छुट्टी पर विदेश : सुरेश कश्यप

चुनावी नतीजो के बाद कांग्रेस के शहज़ादे चले जाएंगे छुट्टी पर विदेश : सुरेश कश्यप
भारतीय जनता पार्टी लोकसभा सांसद एंव प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के नोहरी और रूग बखोटा में जनसंपर्क अभियान के दौरान कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि 4 जून को चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस के शहज़ादे 6 जून को छुट्टी पर विदेश चले जाएंगे। चुनाव नतीजों के साथ ही कांग्रेस का सूपड़़ा पूरे देश से साफ हो जाएगा। 2024 के लोकसभा चुनाव का आज पांचवा चरण शुरू हो चुका है और अभी दो और चरणों में चुनाव होना बाकी हैं और यह भी स्पष्ट दिखाई देता है कि जिस प्रकार से राहुल गांधी को हार मिलने के बाद अमेठी सीट छोड़कर रायबरेली से चुनाव लड़ना पड़ा, यह उनके डर को दिखाता है और इस बार वह रायबरेली से भी चुनाव हारने वाले है। राहुल गांधी रायबरेली को अपनी पुशतैनी सीट समझ कर वहां से चुनाव लड़ रहे है, परन्तु उन्हें यह समझना चाहिए कि सीट किसी की जागिर नहीं होती। जनता ही तय करेगी की उनका प्रतिनिधत्व संसद में कौन करेगा? जनता आज राहुल गांधी से यह पूछना चाहती हैं कि कोरोना काल में उन्होंने, उनकी माता व उनकी बहन ने क्या किया और आज वह किस मुंह से चुनावों में वोट मांगने जनता के बीच जा रहें है? 
सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के नेता कह रहे है कि हमें पाकिस्तान के साथ मिलकर चलना चाहिए क्योंकि उनके पास एटम बम है। कांग्रेस के नेता देश को डराना चाहते है, परन्तु हम उनकों बताना चाहते है कि जो पाकिस्तान 70 साल से हमे बम का गोला दिखाकर डराने का काम करता था आज उसके हाथ में भीख का कटोरा हैं। कांग्रेस का इतिहास हमारी सेनाओं और फौजियों को धोखा देने का रहा हैं। देश का सबसे बड़ा घोटाला कांग्रेस ने सेना में ही किया था। कांग्रेस जब तक सत्ता में रही, तब तक हमेशा नए-नए घोटाले कर इस ट्रैक रिकार्ड को स्थापित करती रही। बोफॉर्स, पनडुब्बी व हेलीकाप्टर घोटाला यह सभी घोटाले कांग्रेस काल के काला अध्याय हैं। कांग्रेस की सरकारें सैनिकों से उनकी छोटी-छोटी जरूरतों को कभी भी नहीं पूछती थी, सैनिकां को उनकी जरूरतों के मुताबिक कपड़े, जूते, बुलेट प्रूफ जैकेट और अच्छी राइफलस भी नहीं दी जाती थी, उन्हें लाठी पकड़ा कर कहा जाता था कि आतंकवादियों की गोलियों का मुकाबला करो, लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी की धाकड़ सरकार ने यह सब बंद कर दिया हैं। अनुच्छेद 370 को खत्म कर जम्मू कश्मीर भी विकास की ओर अग्रसर हैं। यह चुनाव प्रधानमंत्री कौन हो, किसके हाथ बागडौर सोंपी जाइ इसके महत्व को समझाने वाला है। देश में एक धाकड़ सरकार हो तो दुश्मन भी उसकी तरफ उंगली करने से पहले 100 बार सोचता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व उनकी सक्रियता, कार्यक्षमता, और स्थिरता के साथ जुड़ा है। भारत जैसी आबादी वाले जिसमें 142 करोड़ लोग रहते हैं, उस देश को चलाना चूर्ण बेचने के समान नहीं है। उसके लिए “56“ इंच का सीना चाहिए जोकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ही पास है। उन्हांंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और पिछले दस वर्षों में केंद्र सरकार ने इन क्षेत्रों के जीवन को सरल बनाने के लिए हर पहलू को छूने का प्रयास किया है। कुछ कांग्रेस नेता जनजातीय क्षेत्रों में लोगों के उपर भद्दी टिप्पणियां करते हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व ने जनजातीय समाज के गौरव को पुनः लौटाने का काम किया है। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में जनजातिय समाज के योगदान को भी देश के सामने लाने का प्रयास किया है। महिला सशक्तिकरण करने के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया है जोकि आने वाले समय में महिलाआेंं को  विधानसभा व लोकसभा में नेतृत्व प्रदान करने का अवसर देगा।