सुंदर बाग़ कालोनी की महिला शक्ति ने आवारा कुतों के खिलाफ मोर्चा खोला.......... अब धरना की बारी, जिला प्रशासन की लचर प्रणाली को लेकर खरी खोटी सुनाई....

सुंदर बाग़ कालोनी  की महिला शक्ति ने आवारा कुतों के खिलाफ  मोर्चा खोला.......... अब धरना की बारी, जिला प्रशासन की लचर प्रणाली को लेकर खरी खोटी सुनाई....

 अक्स न्यूज   लाइन ..नाहन, 30  सितंबर  

नाहन के सुंदर बाग कॉलोनी नजदीक पक्का टैंक की महिलाओं ने कॉलोनी में फैले कुत्तों के आंतक के खिलाफ  मोर्चा खोला दिया है खफा महिलाओ ने आरोप लगाया कि अधिकारी दबाव में और सीधी कारवाई से बचते रहे है। आलम यह है कि लोग खौफ के साये में जीने को मजबूर है और बच्चे घरों से निकलने में कतराने लगे है। चारों  तरफ  गंदगी का आलम है पैदल चलना मुश्किल हो गया है।  शनिवार को डीसी ऑफिस पहुंची महिला शक्ति ने डीसी से मिलकर आपबीती सुनाई और लीगल कारवाई करने की गुहार लगाई।

यही नही डीसी ऑफिस में मीडिया के सामने प्रशासन की लचर कारवाई पर निशाना साधा। मीडिया में साफ किया कि अब प्रशासन को मामले को लटकाने के बजाए सीधे कारवाई करनी चाहिए अगर प्रशासन नही जागा तो खुद मसले को निपटेंगी। 
उधर शहर में दिन प्रतिदिन बढ़ती आवारा कुत्तों की संख्या को लेकर महिलाएं आज डीसी के द्वारा पहुंची हैं। महिलाओं का आरोप है कि कुछ ने शहरी क्षेत्रों में लोगों ने अपने घरों में इन आवारा कुत्तों को भारी संख्या में शरण दी है जिससे आसपास रहने वाले लोगों का जीना मुहाल हुआ है। गली मोहल्ले से निकलना छोटे बच्चों व महिलाओं का मुश्किल हुआ है तो वहीं चारों तरफ  गंदगी का आलम है । आरोप है कि समस्या को लेकर जिला प्रशासन को अवगत करवाया जाए तो आनाकानी करते हुए संबंधित अधिकारी भी पाला झाड़ते नजर आते हैं । 
 

डीसी के द्वारा पहुंची स्थानीय महिलाओं ने बताया कि नाहन के सुदंर बाग कॉलोनी में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां एक स्थान पर करीब 40 से 50 कुत्ते रखे गए हैं जिनको खुले में छोड़ा जाता है जिससे क्षेत्र में जगह.जगह गंदगी का आलम है वहीं छोटे बच्चों महिलाओं पर यह कुत्ते हमला करते हैं यहां से गुजरा तक अब लोगों का मुश्किल हो चला है ।
 

उन्होंने बताया कि आवारा कुत्तों की समस्या को लेकर कई बार नगर परिषद व जिला प्रशासन के अधिकारियों को अवगत करवाया गया।  लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है । उन्होंने कहा कि अगर जल्द समाधान ना हुआ तो क्षेत्र के लोगों को उग्र आंदोलन करने पर भी मजबूर होना पड़ेगा। डीसी सिरमौर को शिकायत सौंपी गई हैं। जिसमें जल्द समाधान की गुहार लगाई हैं ।