अक्स न्यूज लाइन नाहन 4 सितंबर :
सीटू जिला सिरमौर कमेटी के महासचिव आशीष कुमार ने अभी हाल ही में उपनिदेशक एलीमेंट्री जिला सिरमौर द्वारा 6 अगस्त 2024 को मिड डे मील वर्करज की स्कूल की खेलकूद प्रतियोगिताओं मे मिड डे मील कर्मियों को भेजने का विरोध किया है । सीटू जिला सिरमौर महासचिव आशीष कुमार ने कहा की उप निदशक महोदय द्वारा जो नोटिफिकेशन निकाली गई है मिड डे मील कर्मियों के वर्क मैन्युअल में नहीं आता।
आशीष कुमार ने कहा की जो नोटिफिकेशन जारी की गई है उसमे किसी वर्कर को उनके नाम या स्कूल के आधार पर ड्यूटी नहीं लगाई है बल्कि एक सामान्य सी नोटिफिकेशन वर्कर्स को भ्रमित करने को जारी कर दी । आशीष कुमार ने कहा की इससे पहले भी विभाग द्वारा चुनाव के अंदर इनकी ड्यूटी लगा दी जाती है परन्तु उसका उन्हे कोई पैसा नहीं दिया जाता जोकि की कर्मियों का शोषण है , अक्सर देखा गया है की चुनाव के समय इन कर्मियों को स्कूल के हाजरी रजिस्टर पर अनुपस्थिति दिखाई जाती है जोकि तर्कसंगत नहीं ।
सीटू जिला सिरमौर इसका हमेशा ही विरोध करता आया है । सीटू जिला सिरमौर का मानना है की यदि विभाग इस तरह से मिड डे मील कर्मियों की ड्यूटी लगा रहा है तो विभाग उनकी सुरक्षा की पुरी जिम्मेदारी ले। आशीष कुमार ने कहा की यदि काम के दौरान किसी वर्कर के साथ कोई अनहोनी हो जाती है तो क्या विभाग उसकी जिम्मेवारी लेने को तैयार है या नहीं उप निदेशक महोदय इसका जवाब दें ।
सीटू का मानना है की यदि विभाग इन कर्मियों की इस तरह इनके वर्क मैन्युल के इलावा काम करवाता है तो इनको श्रम कानूनों के तहत वेतन और अन्य स्टॉफ जिसमे अध्यापक भी जो ड्यूटी दे रहे है उनके अनुसार काम के बदले वेतन का भुगतान करें और साथ में ये भी सुनिश्चित करें की यदि कार्यस्थल पर कर्मी को कुछ हो जाता है तो विभाग उसकी पुरी जिम्मेवारी ले और साथ में जिस कर्मी की ड्यूटी लगाई जाती है उसको उसके नाम से ऑर्डर जारी किये जाए और उसमे कर्मी के साथ अचानक कोई हनहोनी हो जाये तो विभाग परिवार को क्या मुआवजा देगा उसका भी ऑर्डर के साथ लिखित में विवरण दिया जाए क्यूंकि अक्सर देखा जाता है की इस तरह ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को सरकार बाद में कुछ नहीं देती। सीटू जिला महासचिव आशीष कुमार ने कहा की उप शिक्षा निदेशक द्वारा दिया गया ये ऑर्डर तर्क संगत नहीं है इस जिम्मेवार पद पर बैठे व्यक्ती को इस तरह के कार्य व्यवहार से बचना चाहिए और विभाग मे सबसे कम वेतन पर काम कर रहे कर्मियों को शोषण करने की मंशा का त्याग करना चाहिए