श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल ने जाइका की गतिविधियों की ली जानकारी

श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल ने जाइका की गतिविधियों की ली जानकारी
अक्स न्यूज लाइन धर्मशाला, 22 जून : 
राज्य परियोजना निदेशक, डॉ. सुनील चैहान ने कहा कि जाइका चरण-1 के तहत 300 से अधिक स्वयं सहायता समूह बनाए गए  हैं और इन समूहों को ऋण प्रबंधन, लेखा और बहीखाता, कटाई के बाद, प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन पर विभिन्न प्रशिक्षण दिए गए। शनिवार को बैजनाथ में महिला, बाल मामले और महिला सशक्तिकरण मंत्रालय,श्रीलंका तथा जाइका-श्रीलंका के अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल को जाइका के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों की गतिविधियों की जानकारी देते हुए राज्य परियोजना निदेशक डा सुनील चैहान ने कहा कि श्रीलंकाई प्रतिनिधियों की यह यात्रा दोनों देशों के बीच आपसी सीख और विचारों के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण अवसर है और यह आदान-प्रदान नई रणनीतियों और सहयोगों को प्रेरित करेगा जिससे दोनों क्षेत्रों की महिलाओं को लाभ होगा।

पालमपुर में प्रतिनिधिमंडल का स्वागत जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. राजेश कुमार और उनकी टीम ने किया तथा प्रतिनिधिमंडल ने जाइका समर्थित हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना  का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल ने खंड परियोजना प्रबंधक पालमपुर के अंतर्गत बिनवा स्वयं सहायता समूह पपरोला, गोधन सिद्ध स्वयं सहायता समूह हरटाडा तथा त्रिशा स्वयं सहायता समूह टंग बोधल का दौरा किया तथा इन समूहों से चर्चा कर उनकी संरचना और कार्यप्रणाली को समझा। इन समूहों द्वारा  उनके द्वारा तैयार किये गए उत्पादों की प्रदर्शनी  भी लगाई गई  और समूहों द्वारा इन उत्पादों को बेचने के तरीकों की जानकारी भी प्रतिनिधिमंडल ने हासिल की। इन समूहों द्वारा बनाए गए अभिलेखों को भी विदेशी प्रतिनिधियों के साथ साझा किया गया।

प्रतिनिधियों ने जाइका  समर्थित बैजनाथ प्रगतिशील किसान उत्पादक उत्पादक कंपनी लिमिटेड, पपरोला का भी दौरा किया और इस कंपनी से जुड़े निदेशक मंडल और विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से बातचीत की। वर्तमान में 450 किसान इस कंपनी से जुड़े हुए हैं और बेमौसमी सब्जियों, अनाज और दालों के भंडारण, प्रसंस्करण और खुदरा बिक्री में लगे हुए हैं। हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना  के तहत गठित समूहों ने भी इस कंपनी के साथ संबंध स्थापित किए हैं और इस कंपनी के माध्यम  से अपने उत्पाद बेच रहे हैं।

इस दौरे के दौरान वरिष्ठ सलाहकार श्री बलजीत संधू, श्री रविन्द्र सिंह चैहान, श्री योगिन्द्र पॉल, रितु गुप्ता,सपन ठाकुर, रजनीश शर्मा, अमित भूषण और परियोजना के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।