सुंदरनगर रेस्ट हाउस पर ताले से सुक्खू सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन की खुली पोल, दिवाली पर ठेकेदारों से किया वायदा झूठा : राकेश जमवाल
अक्स न्यूज लाइन शिमला 4 नवंबर :
राकेश जमवाल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार पूरी तरह झूठ, दिखावे और ढकोसले पर चल रही है। दिवाली से पहले ठेकेदारों को भुगतान करने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री ने जनता से खुला धोखा किया है। प्रदेशभर में ठेकेदारों को भुगतान न होने के कारण कार्य ठप हो चुके हैं, और विकास योजनाएँ अधर में लटकी हुई हैं। यह स्पष्ट संकेत है कि सरकार की वित्तीय हालत बेहद खराब है और राजकोषीय अनुशासन पूरी तरह चरमरा चुका है। मुख्यमंत्री मंचों से बयान देते हैं कि ठेकेदारों का भुगतान होगा और राज्य की स्थिति सुधर रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि ट्रेज़री के दरवाज़े बंद हैं, बिल पास नहीं हो रहे और कोई विभाग स्वीकृत कार्यों का भुगतान नहीं कर पा रहा। विधायक निधि के कार्यों की फाइलें महीनों से कोषागार में धूल खा रही हैं और सरकार झूठे दावों से जनता को भ्रमित कर रही है।
दरअसल, सुंदरनगर में लगभग 3.73 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए आधुनिक सुविधाओं से युक्त विश्रामगृह का निर्माण पूरा हो चुका है, लेकिन करीब एक करोड़ रुपये का भुगतान लंबित रहने के कारण ठेकेदार ने इस भवन पर ताला जड़ दिया है। भवन में केवल फर्नीचर लगाया जाना शेष है, परंतु पिछले एक वर्ष से विभागीय आर्थिक संकट के चलते यह भवन हैंडओवर नहीं हो पा रहा है। पूर्व सरकार में लोक निर्माण विभाग द्वारा यहां अतिरिक्त आधुनिक विश्रामगृह बनाने का कार्य शुरू किया गया था। फर्नीचर हेतु 50 लाख रुपये का अतिरिक्त प्रावधान भी किया गया था, मगर विभाग में धन की कमी के चलते यह कार्य भी आगे नहीं बढ़ पा रहा है। भुगतान न होने के कारण भवन आज भी विभाग को हस्तांतरित नहीं हो सका है।
जमवाल ने कहा कि दिवाली से पहले भुगतान की बात करना और फिर उसे पूरा न करना इस सरकार के विश्वासघात की पराकाष्ठा है। जो सरकार अपने ही ठेकेदारों और कर्मचारियों का पैसा रोक ले, वह विकास के नाम पर प्रदेश को केवल मंदी और अराजकता की ओर धकेल सकती है। यह सरकार प्रशासन नहीं, केवल प्रचार तंत्र चला रही है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार की प्राथमिकता सिर्फ सत्ता में बने रहना है। विधायक निधि जारी नहीं हो रही, पंचायतों को फंड नहीं मिल रहे, और विकास योजनाएं ठप हैं। मुख्यमंत्री की कथनी और करनी में इतना फ़र्क है कि जनता का भरोसा अब उनसे खत्म हो चुका है।
जमवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार अब पंचायत चुनावों से भागने के लिए डिज़ास्टर एक्ट और सड़कों की दयनीय स्थिति का बहाना बना रही है, जबकि पिछले दो वर्षों में आपदा प्रभावित सड़कों की मरम्मत तक नहीं हो पाई। 2023 की आपदा में क्षतिग्रस्त सड़कें आज तक जस की तस पड़ी हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों का विकास पूरी तरह बाधित हो गया है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार ने हिमाचल को ठहराव, ठगी और ठप व्यवस्था का प्रतीक बना दिया है। जनता को बिजली, पानी, सड़क और रोज़गार की मूलभूत सुविधाएँ देने में यह सरकार असफल रही है और अब अपने झूठे दावों से समय काट रही है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जनता अब इस नाकारा सरकार का अंत चाहती है। भाजपा यह स्पष्ट करती है कि सुक्खू सरकार विकास नहीं, विनाश कर रही है। जनता का पैसा रोकना, योजनाओं को लटकाना और ठेकेदारों को सड़कों पर उतारना कांग्रेस सरकार की पहचान बन चुका है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भाजपा हर जिले, हर विधानसभा में इस सरकार के झूठे वादों और आर्थिक कुप्रबंधन के खिलाफ जनांदोलन छेड़ेगी ताकि जनता को सच्चाई का आईना दिखाया जा सके।





