मंडी में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस आयोजित, मिल्क प्लांट चक्कर इकाई ने करवाई प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
उन्होंने कहा कि भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ0 वर्गीज कुरियन की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है। यह दिवस व्यक्ति के जीवन में दूध की महत्ता को रेखांकित करता है, जिसका उद्देश्य लोगों को दूध से संबंधित लाभों को बढ़ावा देना है तथा दूध एवं दुग्ध उत्पादों के महत्व के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करना है।
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक प्रसंघ समिति की चक्कर इकाई के प्रभारी विश्व कांत शर्मा ने बताया कि भारत में दूध का उत्पादन विश्व में सबसे अधिक होता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने पर विशेष बल दे दी है तथा इसमें मिल्कफेड अपनी भूमिका निभा रहा है। चक्कर मिल्क प्लांट भी इसमें अग्रणी बनकर उभरा है। 50 हजार लीटर क्षमता के चक्कर मिल्क प्लांट में देसी घी, मक्खन, दूध, पनीर, दही के साथ-साथ आंगनबाड़ी बच्चों के लिए न्यूट्रिमिक्स तथा सैवियां इत्यादि भी तैयार की जा रही हैं।
इस अवसर पर दूध की महत्ता बारे लोगों को जागरूक करने के लिए एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय स्कूल के बच्चों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में सैंट फ्रांसिस, जेवियर, कॉन्वेंट स्कूल बगला के बच्चों ने पहला, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, मंडी ने दूसरा तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगला के बच्चों ने तीसरा स्थान हासिल किया। बच्चों को उपहार भी भेंट किए गए।
बाद में मिल्क फेड द्वारा वृद्ध आश्रम भंगरोटू तथा विशेष बच्चों के सहयोग स्कूल नागचला में दुग्ध उत्पाद भी वितरित किए गए।